मुंबई: मुंबई की मीरा रोड पर 21 जनवरी को हिंसा के मामले में महाराष्ट्र सरकार ने बुलडोजर की कार्रवाई की शुरू की है। मीरा रोड पर हुई हिंसा के मामले में आरोपियों के खिलाफ नया नगर में बुलडोजर चलाया गया है। अयोध्या राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से एक दिन पहले 21 जनवरी की रात श्रीराम झंडे वाले वाहनों पर पथराव के बाद तोड़कर करके मारपीट की गई थी। तब महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर सीधे संज्ञान लिया था। फडणवीस ने कहा था कि इलाके के अवैध निर्माण और अवैध कब्जे पर कार्रवाई होगी। उन्होंने हिंसा होने पर पुलिस आयुक्त मधुकर पांडेय को तलब किया था। उनके संज्ञान के बाद पुलिस ने चार नाबालिगों सहित कुल 17 आरोपियों को हिरासत में लिया।
हिंसा में बदली थी झड़प
रविवार रात 10.30 बजे के आसपास एक समुदाय के लोग नया नगर से बाइक और अन्य गाड़ियों से धार्मिक नारेबाजी करते हुए गुजर रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने उन्हें रोका और वहां से जाने को कहा। बातचीत थोड़ी देर में झड़प में तब्दील हो गई। इस दौरान पथराव की घटना भी सामने आई थी। इसमें एक महिला के सिर पर चोटें भी आईं। पुलिस ने घटना के बाद नया नगर थाने में हत्या की कोशिश और हिंसा की धाराओं में केस दर्ज किया था। मीरा रोड हिंसा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।
नया नगर में चला बुलडोजर
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह विभाग भी है। उनके सीधे संज्ञान के बाद मुंबई उत्तर प्रदेश के योगी मॉडल की तर्ज पर ही मुंबई में दंगाईयों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन किया गया है। जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में जो अवैध निर्माण है उसे बुलडोजर से ध्वस्त किया जाएगा। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए इलाके की सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लिया था। इसके बाद उपद्रवियों की पहचान की थी।