नई दिल्ली जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम भड़की हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण मैं है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। लगातार पैदल गश्त की जा रही है जिससे कानून और व्यवस्था बनी रहे। पुलिसबलों की तैनाती से लोगों को आश्वस्त किया जा रहा है कि सब ठीक है।
इस बीच, हिंसा में शामिल 14 आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें अंसार को मास्टरमाइंड तो असलम को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। पुलिस इलाके की सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल से रिकॉर्ड किए गए वीडियो से उपद्रवियों की तलाश कर रही है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि हिंसा में शामिल कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। सी-ब्लॉक से गोली चलाई गई थी, ऐसे में वहां कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही क्षेत्र में शांति कायम रखने के लिए DCP नॉर्थ वेस्ट की ओर से थाना जहांगीरपुरी क्षेत्र के कुशल चौक पर अमन कमेटी की बैठक की गई है।
दिल्ली पुलिस मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है जिसे गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। पुलिस ने असलम के कब्जे से हिंसा में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामद करने का दावा किया है। पुलिस सूत्रों ने कहा, ‘असलम को कुछ अन्य लोगों के साथ पकड़ा गया है। उसने धार्मिक स्थल के बाहर गोलियां चलाईं। हमने हथियार बरामद कर लिए हैं और असलम से उसके सहयोगियों के बारे में और जानने के लिए पूछताछ कर रहे हैं। उसे अंसार ने उकसाया था। गिरफ्तार अंसार को मामले में मास्टरमाइंड माना जा रहा है।’
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के नाम
1. अंसार
2. मोहम्मद असलम
3. शहज़ाद
4. मुख़्तार अली
5. मोहम्मद अली
6. आमिर
7. अक्सार
8. नूर आलम
9. ज़ाहिद
10. ज़ाकिर
11. अकरम
12. इम्तियाज़
13. मोहम्मद अली
14. जहीर
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा के मामले में रविवार दोपहर तक कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार शाम को दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव हुआ था और कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। DCP (उत्तर-पश्चिम) उषा रंगनानी ने बताया कि IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 120 बी (आपराधिक साजिश), 147 (दंगा) और हथियार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘अराजकता फैलाने वालों की पहचान के लिए ड्रोन और फेस-रिकग्निशन सॉफ्टवेयर (चेहरों की पहचान करने वाली तकनीक) की मदद ली जा रही है। इसके अलावा, घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे तथा मोबाइल फोन में रिकॉर्ड हुए फुटेज खंगाले जा रहे हैं।’ अधिकारियों ने बताया कि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी के सभी जिलों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं और निगरानी की जा रही है।
पुलिस की स्पेशल सेल या क्राइम ब्रांच जहांगीरपुरी हिंसा मामले को अपने हाथ में ले सकती है। इस हिंसा में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गए। हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था जिससे हिंसा भड़क गई।
फिलहाल स्थानीय पुलिस स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम की मदद से मामले की जांच कर रही है, जिसे स्पेशल सेल को ट्रांसफर किए जाने की संभावना है। मामले की जांच के लिए पुलिस की 10 टीमों का गठन किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘कुल 9 व्यक्ति (8 पुलिस कर्मी और 1 नागरिक) घायल हो गए।
सभी को बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया। एक एसआई को गोली लगी थी। उनकी हालत स्थिर है।’एडिशनल एसएचओ राजीव रंजन की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है। वह कल शाम को घटनास्थल पर ही मौजूद थे। FIR में साफ जिक्र है कि हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में एक पक्ष की ओर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी।
शाम सवा 4 बजे शोभायात्रा शुरू हुई और करीब दो घंटे तक सब कुछ ठीक चल रहा था। शोभायात्रा ईई ब्लॉक से शुरू होकर बाबू जगजीवन राम अस्पताल रोड होते हुए महिंद्रा पार्क पर समाप्त होनी थी। शाम 6 बजे शोभायात्रा जामा मस्जिद के पास पहुंची तभी अंसार नाम का शख्स अपने 4-5 साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा। झगड़ा बढ़ा और पथराव शुरू हो गया। अंसार इसी इलाके का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिल्ली हिंसा में डंडों, बंदूक और तलवारों का इस्तेमाल हुआ है, ऐसे में किसी बड़ी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि ऊपर से पत्थर फेंके जा रहे थे। अंसार ने ही यह सब करवाया है। उसने पिस्टल भी ले रखी थी। उसकी गिरफ्तार से कई और आरोपियों के बारे में जानकारी मिल सकती है।