ठगों ने सरकारी विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर युवक और इसके कोचिंग मास्टर से 17 लाख रुपए लेकर भाग गए हैं। मामला साल 2019 का है, अब तक ठगों की बातें में आकर नौकरी का इंतजार कर रहे युवकों के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया। दोनों ने रायपुर के खमतराई थाने जाकर 4 बदमाशों के खिलाफ FIR लिखवाई है।
27 साल के पुष्पेन्द्र तिवारी ने बताया कि वो पिछले कई सालों से जांजगीर में ही सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। पुष्पेंद्र को कोचिंग पढ़ाने वाले मनसाराम पाटले ने बताया कि उसकी पहचान के नीरज लाल, और सागर बिसाई नाम के लोग रुपए लेकर सरकारी नौकरी लगवा देते हैं। बातों में आकर पुष्पेंद्र ने नीरज और इसकी गैंग के युवकों से संपर्क किया। तय हुआ कि पुष्पेंद्र रायपुर आकर उनसे मिले।
साल 2019 में वो रायपुर आया। तब भनपुरी इलाके में नीरज लाल उसके साथी कुलदीप सिंह ठाकुर, जुनैद खान, सागर बिसाई ने मुलाकात की। पुष्पेंद्र ने इन्हें 5 लाख 70 हजार रुपए दिए। मनसाराम पाटले ने भी इन युवकों को परिवार के दूसरे लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख रुपए दे दिए। नीरज और इसके साथी वादा करते रहे कि राज्य सरकार के कुछ अफसरों और नेताओं के संपर्क में हैं। जल्द ही उन्हें नौकरी मिलेगी मगर अब तक कोई काम नहीं मिला। थक हारकर ठगी का शिकार हुए पुष्पेंद्र और मनसाराम ने अब पुलिस से मदद मांगी है।
पिछले महीने जुलाई में दुर्ग के एक परिवार को पूर्व CM डॉ रमन सिंह का नाम लेकर ठगा गया। रायपुर के दो लोगों ने खुद को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का खास बताकर दुर्ग के मॉडल टाउन, स्मृति नगर निवासी एक महिला से 8 लाख 70 हजार रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने पीड़ित महिला की बेटी को मंत्रालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए ठगे। शिकायत के बाद आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। इन्हें भी पुलिस ढूंढ रही है। ठगी करने वालों के नाम अनिल तिवारी और मनीष पांडेय हैं।