ताज़ा खबर
Home / अपराध / शिक्षा मंत्री पटेल, कर्नाटक में बंधक श्रमिक परिवार हुए रिहा

शिक्षा मंत्री पटेल, कर्नाटक में बंधक श्रमिक परिवार हुए रिहा

रायगढ़  कर्नाटक के ईंट भट्टे में पुसौर ब्लाक के बंधक मजदूरों शासन प्रशासन स्तर में हड़कंप मच गया था जिसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने संज्ञान लेकर जिला कलेक्टर से चर्चा कर मजदूरों को छुड़ाने का निर्देश दिए थे।आलम यह रहा कि 24 घंटे के अंदर बंधक मजदूर परिवार को छुड़ाने की कवायद होने लगी,जिसमें श्रीनिवासपुर की प्रशासनिक टीम ने मौके पर जाकर दबिश दी और ठेकेदार को हिरासत में लेकर मजदूर परिवार को छुड़ाया गया।गौरतलब है कि कर्नाटक राज्य के कोलार जिले के श्रीनिवासपुर गांव में एक ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिए जाने की सूचना पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कलेक्टर भीम सिंह को ग्रामीणों के सकुशल वापसी के लिए निर्देशित किया था जिसके बाद कलेक्टर भीम सिंह ने तत्काल कर्नाटक के कोलार कलेक्टर से बात कर जिले के ग्रामीणों के वहां बंधक बना लिए जाने के बारे में उन्हें अवगत कराया तथा शीघ्र सभी लोगों को रिहा करवाते हुए रायगढ़ भेजने की व्यवस्था का अनुरोध किया। जिसके पश्चात कलेक्टर कोलार ने वहां के श्रम अधिकारी को श्रीनिवासपुर जाकर ग्रामीणों की जल्द रिहाई के लिए कहा गया। वही श्रीनिवासपुर इलाके में ठेकेदार के कार्यस्थल में एक प्रशासन- पुलिस व श्रम विभाग की टीम भेजकर सभी श्रमिकों को रिहा करवा दिया है और ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अगले 1 से 2 दिनों जिले के ग्रामीणों की वहां से वापसी हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि पुसौर ब्लाक के बुनगा गांव से 6 पुरूष, 6 महिलाएं व 7 बच्चे कर्नाटक के श्रीनिवासपुर गांव एक ठेकेदार के माध्यम से काम की तलाश में कर्नाटक के इट भट्टा में पहुंचे थे। जिन्हें वहां उक्त ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया था। इसकी जानकारी उन्होंने अपने परिजनों को फोन के माध्यम से सूचित किए। ततपश्चात तब यह बुनगा गांव के गलियों से लेकर जिला मुख्यालय और फिर प्रदेश स्तर तक पहुच गया। जिले में लाख रोजगार की योजना चल रही हो या फिर मनरेगा से ग्रामीणों की दशा बदलने की बात प्रदेश से लेकर देश भर चर्चा होती रहे लेकिन जिले से ज्यादा मेहनताना के चर में पलायन का न तो थम रहा और न ही वहां जाकर मजदूरो के फंसने का सिलसिला रूक रहा है।अेसा ही वाक्या पुसौर क्षेत्र के मजदूर के साथ होना बताया जा रहा है। फिलहाल उनके रायगढ़ आने के बाद ही इस बंधक कांड का पूरा खुलासा हो पाएगा।

 हर वर्ष बड़ी संख्या में होता है पायलन

जिले में रोजगार की उपलब्धता भरपूर है इसके अलावा मनरेगा में भी रोजगार उपलब्ध कराने रायगढ़ जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर बना हुआ है। लेकिन रायगढ़ जिले से दूसरे जिले रोजगार व मजदूरी दर अधिक मिलती है इस वजह से जिले के सारंगढ़ लैलूंगा तमनार पुसौर से बड़ी संख्या में लोग परिवार के साथ साथ अन्य ग्रामीणों की टोली बनाकर जाते है।बंधक मजदूरो रिहा होते ही अपने गृह ग्राम आने ललालित नजर आए जिला प्रशासन मंत्री उमेश पटेल को रुंधे कंठ से धन्यवाद ज्ञापित किए बताया जा रहा है कि रिहा करवा मजदूर रायगढ़ पहुच सकते है।

About jagatadmin

Check Also

ट्रेन में RPF जवान ने की फायरिंग, ASI समेत चार यात्रियों की मौत

जयपुर से मुंबई जा रही ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एक जवान ने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *