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दंतेवाड़ा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 350 जोड़ों का विवाह हुआ। इनमें से एक जोड़ा ऐसा भी था जो पहले से शादीशुदा था। इस योजना के तहत मिलने वाले सामान की लालच में शासकीय कर्मचारी दंपती ने दोबारा शादी कर ली। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दोनों ने फिर से सात फेरे लिए हैं। विवाह स्थल पर ही इस मामले की जानकारी दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी को मिली। जिन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को इस लापरवाही के लिए फटकार लगाई।
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बताया जा रहा है कि युवक कृष्णा कुंजाम बीजापुर जिले में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में पदस्थ हैं तो वहीं इसकी पत्नी संजना मरकाम दंतेवाड़ा में स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी हैं। इन दोनों ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को गलत जानकारी दी और खुद को कुंवारा बताया था।
इसके बाद इन दोनों का विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन हो गया था। सामूहिक विवाह में दोनों ने सात फेरे भी ले लिए, लेकिन इन्हें सामान भेंट करने से पहले ही कलेक्टर दीपक सोनी को इस मामले की जानकारी मिली थी।
उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच करवाई। साथ ही इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ को इन्हें देने से मना कर दिया था। जांच में पता चला कि दोनों मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत मिलने वाले सामान के लालच में फिर से शादी करने के लिए पहुंचे थे।
दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि, जांच के बाद दोनों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है। प्रक्रिया अभी जारी है, साथ ही सत्यापन कार्य के लिए जिम्मेदार महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को स्पष्टीकरण भी जारी किया गया है।
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