बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी की पहचान से जुड़ी हैं माता अन्नपूर्णा. काशी को अन्न क्षेत्र भी कहा जाता है.
काशी की पहचान से जुड़ी अन्नपूर्णा माता की 18वीं सदी की एक दुर्लभ मूर्ति की आज यानी 15 नवंबर को प्राण प्रतिष्ठा होनी है.
काशी विश्वनाथ मंदिर में ईशान कोण पर अन्नपूर्णा माता की ये मूर्ति स्थापित की जानी है. इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर को भी भव्य रूप से सजाया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अन्नपूर्णा माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे.
इसके लिए विश्वनाथ मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
गौरतलब है कि करीब सौ साल पहले चोरी होकर माता अन्नपूर्णा की 18 वीं सदी की ये दुर्लभ मूर्ति काशी से कनाडा पहुंच गई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर कनाडा सरकार ने ये मूर्ति भारत को लौटा दी थी.
माता अन्नपूर्णा की इस मूर्ति को पिछले दिनों कनाडा से वापस दिल्ली लाया गया और फिर इसे यूपी सरकार को सौंप दिया गया.
दिल्ली से रथ के जरिए माता अन्नपूर्णा की ये प्रतिमा वाराणसी के लिए दो दिन पहले रवाना कर दी गई थी.
दिल्ली से वाराणसी तक, रास्ते में डेढ़ दर्जन से ज्यादा पड़ाव थे जहां माता अन्नपूर्णा की मूर्ति लेकर जा रहे रथ का स्वागत किया गया.