उज्जैन: महाकाल के दरबार में अब श्रद्धालु नही ले जा पाएंगे मोबाइल फोन। हाल ही में इस नियम को जारी किया गया है। जिसके तहत अब श्रद्धालु मंदिर के परिसर में पहुंचने से पहले ही मोबाइल फोन को जमा करवा दिया जायेगा। मंदिर समिति के द्वारा इस नए नियम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भक्तों की सहूलियत के लिए मोबाइल जमा करने के लिए 3 काउंटर बनाए गए है। जहां आकर श्रद्धालु अपने मोबाइल सुरक्षित रखकर निश्चिंत होकर दर्शन के लिए प्रवेश कर सकेंगे।
श्रद्धालुओं के मोबाइल जमा कराए जाते समय ही उनके फोटो खिंचाएंगे, एक क्यूआर कोड जनरेट होगा और टोकन दिया जाएगा। दर्शन के बाद वापस लौटने पर टोकन दिखाकर मोबाइल वापस प्राप्त किया जा सकेगा। इसके लिए श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की राशि नहीं देनी पड़ेगी। यह नियम 20 दिसंबर से लागू होने वाला है। जिसके लिए मंदिर प्रशासन द्वारा सारी तैयारी कर ली गई है।
फिलहाल श्रद्धालुओं के मोबाइल के बदले कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था, इसलिए अब सख्ती से नियम लागू होगा। हर व्यक्ति या तो बिना मोबाइल लिए दर्शन करने आए, या फिर उन्हें इस प्रक्रिया के साथ गुजरकर ही दर्शन के लिए प्रवेश लेना होगा।
वहीं 25 से गर्भगृह में आम और खास श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। इसके पीछे कारण यह है कि आने वाले दिनों में छुट्टियां शुरू हो रही हैं। इस वजह से श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ काफी बढ़ जाएगी। सभी को गर्भगृह से प्रवेश देकर दर्शन कराने में असुविधा होगी, इसलिए यह निर्णय लिया जा रहा है।