![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/07/SANTOSH.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/01/WhatsApp-Image-2024-03-15-at-12.05.51-PM.jpeg)
डीएमसी की खाली पड़ी जमीन का अब बेहतर उपयोग हो सकेगा। रेलवे ट्रैक और एनएच से बिल्कुल नजदीक इस 50 एकड़ फैले पैच पर अब इंडस्ट्रियल कारिडोर बनेगा ताकि औद्योगिक कस्बे कुम्हारी में रोजगार की और उद्यम की नई संभावनाएँ तैयार की जा सकें।
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2024-01-04-at-5.19.19-PM.jpeg)
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2024/02/WhatsApp-Image-2024-02-22-at-4.41.45-PM.jpeg)
यह निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने डीएमसी परिसर के दौरे के दौरान दिये। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि यहां पर महाविद्यालय भवन के साथ ही ट्रांसपोर्ट हब और पार्क का प्रस्ताव भी तैयार करें। कलेक्टर ने कहा कि कुम्हारी शहर में डीएमसी बड़ा उद्योग था और रेलवे ट्रांसपोर्ट तथा एनएच से इसकी नजदीकी औद्योगिक रूप से काफी महत्वपूर्ण थी।
यहां पर इंडस्ट्रियल कारिडोर के विकसित होने से संबंधित उद्योगों को इसी तरह की राहत मिल सकेगी। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि इसके साथ ही अन्य किसी तरह का प्रस्ताव जो नगरीय निकाय के लिए अनुकूल हो, इसके साथ प्रेषित कर सकते हैं।
एसडीएम धमधा बृजेश क्षत्रिय ने परिसर का लेआउट दिखाया और पालिका की जरूरतों के संबंध में प्रस्ताव कलेक्टर के समक्ष रखे। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रियंका वर्मा एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
कलेक्टर ने कुम्हारी नगर पालिका के अधिकारियों के साथ भी नागरिकों की जरूरतों से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जलप्रदाय योजना की प्रगति की जानकारी ली।
कलेक्टर ने नगरीय प्रशासन से संबंधित अन्य योजनाओं की प्रगति की जानकारी भी ली। नगर पालिका अध्यक्ष श्री राजेश्वर सोनकर ने नागरिक सुविधाओं से संबंधित अन्य मुद्दे कलेक्टर के
![](https://jagatbhumi.com/wp-content/uploads/2023/11/WhatsApp-Image-2024-03-18-at-1.37.36-PM.jpeg)