शासकीय शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर गंगापुर क्षेत्र की महिलाओं ने रैली निकाली और शराब दुकान पहुंचकर ताला लगा दिया, जिससे लगभग सवा घंटे शराब दुकान का कारोबार बाधित हुआ। इसके पहले कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन सौंपकर उक्त शराब दुकान को अन्यत्र हटाने की मांग की गई थी। शनिवार को एकजुट हुए वार्डवासियों की मांग के समर्थन में वार्ड के पार्षद सहित समाजसेवी संगठन के कार्यकर्ता भी सामने आए। आक्रोशित वार्डवासी शराब दुकान के सामने बैठकर जमकर नारेबाजी करते रहे। दोपहर एक बजे से की शराब दुकान हटाने के समर्थन में वार्डवासी एकजुट होने लगे थे।
गंगापुर स्थित शासकीय शराब दुकान रिहायशी क्षेत्र में स्थापित है। चंद फासले पर रोजगार कार्यालय एवं प्रशिक्षण केंद्र भी है, जहां छात्र-छात्राएं पंजीयन कराने हेतु आते हैं। शराब दुकान होने के कारण रोजगार कार्यालय में आने वाले युवक-युवतियों को भी काफी परेशानी होती है।
वहीं शराबियों का जमाव मोहल्ले में जगह-जगह रहता है। आरोप है कि शराब पीने के बाद कई बार किसी के भी घर में नशे की हालत में घुसने जैसी स्थिति भी बन चुकी है। स्थानीय पार्षद ने भी कई बार ज्ञापन देकर जिला प्रशासन से शराब दुकान हटाने की मांग की थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मोहल्ले वासियों की दिक्कत को देखते हुए जिले के स्वयंसेवी संगठनों के नेतृत्व में शनिवार को रैली निकालकर शराब दुकान में तालाबंदी की।तालाबंदी करने की सूचना कार्यपालक दंडाधिकारी को मिलने पर वे मौके पर पहुंचे और समझाइश देने का प्रयास किया किंतु उग्र महिलाएं विरोध करने लगीं। इसकी जानकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अंबिकापुर को मिली। प्रशासन के प्रतिनिधियों व आंदोलनरत महिलाओं के बीच काफी देर तक नोकझोंक चलती रही।
आंदोलनरत लोगों ने एक माह का समय देते हुए चेतावनी दी कि यदि नीयत समयावधि में शराब दुकान नहीं हटाया गया तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन में संकल्प समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष अंकुर सिन्हा, गुरुकुल के अध्यक्ष संजय ठाकुर, अभिमन्यु साहू, जन स्वास्थ्य रक्षक संघ के अध्यक्ष सुजान बिंद, राष्ट्रीय महान गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेश राम बुनकर, महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी रजनी बिंद, यशोदा देवी, अनिता साहनी सहित काफी संख्या में मोहल्ले वासी उपस्थित थे।
मौके पर पहुंचे एसडीएम प्रदीप साहू ने कहा कि शराब दुकान को हटाने का वे तत्काल निर्णय नहीं ले सकते हैं। उन्होंने नारेबाजी करने में लगे वार्डवासियों को आश्वस्त किया कि इसके लिए आवश्यक पहल की जाएगी। बताया जा रहा है कि पास ही रोजगार कार्यालय को देखते हुए शराब दुकान को रहवासी बस्ती से दूर संचालित करने की योजना है।
कर्मचारियों की ओर से शटर बंद कर ताला लगाने व बिक्री बाधित करने की लिखित शिकायत की गई है। मामले की जांच की जा रही है।