भिलाई स्टील प्लांट में हादसे रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। गुरुवार दोपहर कन्वर्टर शॉप में हुए हादसे में फिर से एक ठेका कर्मी की मौत हो गई है। एक सप्ताह के भीतर प्लांट के अंदर ये चौथी दुर्घटना है। इसमें अब तक दो कर्मचारियों की मौत हो गई और 5 का इलाज जारी है।
बीएसपी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कन्वर्टर शॉप में गुरुवार दोपहर कुछ मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान एक मजदूर के सिर पर लोहे की मोटी चेन टूटकर गिर गई। सिर में लांसिक की चेन गिरने से ठेका कर्मी अर्जुन साहू (42 वर्ष) का सिर फट गया। उसे तुरंत लहूलुहान में मेन मेडिकल पोस्ट ले जा गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। कर्मचारी की मौत होने की सूचना मिलते ही BSP के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस घटना को लेकर ठेका कर्मचारियों और उनके नेताओं में काफी नाराजागी है।
हादसे में जान गंवाने वाले ठेका कर्मी की पहचान अर्जुन साहू के रूप में हुई है। अर्जुन एमजे इंटरप्राइसेस के अंडर में काम करता था। वह 61 बजरंग चौक जोरातराई डुंडेरा का रहने वाला था।
1 जून को भिलाई स्टील प्लांट( BSP) के 6 महीने से बंद पड़े ब्लास्ट फर्नेस 7 में अचानक आग लगने से मरम्मत कर रहे दो ठेका श्रमिक बुरी तरह झुलस गए। इसमें राहुल उपाध्याय (32 साल) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं परमेश्वर सिखा (25 वर्ष) 80 प्रतिशत झुलस गया। उसका इलाज सेक्टर 9 अस्पताल में चल रहा है।
3 जून शुक्रवार की सुबह SMS-2 के कनवर्ट 3 में ब्लास्ट होने से पिघले हुए लोहे के छीटों से वहां काम कर रहे तीन कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए थे। झुलसने वालों में वहां काम कर रहे बीएसपी कर्मी मानसिंह ठाकुर (58) और ठेका कर्मचारी गिरि कुमार और भूषण लाल शामिल थे। उनका उपचार भी सेक्टर 9 हॉस्पिटल में चल रहा है।
4 जून को भिलाई स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप में हॉट मेटल को ले जाते समय लेडल के गिरने से बड़ा धमाका हुआ। इसमें चार कर्मचारी बुरी तरह से झुलस गए हैं। झुलसे हुए कर्मचारियों में एक बीएसपी कर्मचारी और तीन बीएसपी ठेका कर्मी हैं। यह हादसा लेडल को एसएमएस 2 के कनवर्टर 3 से क्रेन के जरिए एलएफ 2 ले जाते समय हुआ। लेडल के एक तरफ का हुक खुल गया और 120 टन पिघला हुआ लोहे से भरा लेडल छिटक गया।