कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के राजनीतिक सलाहकार एमपी रेणुकाचार्य ने मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील से कुछ मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यइन लोगों ने अपने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है और ये लोगों की मांगों का भी जवाब नहीं दे रहे हैं। रेणुकाचार्य ने कहा कि कुछ मंत्रियों को घमंड हो गया है और उन्हें लगता है कि उनकी मौजूदगी के बिना सरकार का कोई वजूद नहीं है।
रेणुकाचार्य ने कहा, ‘कुछ लोगों को लगता है कि सरकार केवल उन्हीं की वजह से बनी है। उन्हें घमंड हो गया है और वो सोचते हैं कि सरकार उनके बिना नहीं चल सकती। ये लोग पार्टी और सरकार को बदनाम कर रहे हैं।
इसलिए मैंने मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात की और ऐसे मंत्रियों को तत्काल बर्खास्त करने का अनुरोध किया है। मैंने यह भी कहा है कि पार्टी के वफादानों को मंत्रिमंडल में लाना चाहिए।’
मुख्यमंत्री बोम्मई और कतील का बहुत सम्मान करते हैं। हमें विश्वास है कि वह हमारी समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। यह मुद्दा राज्य के प्रभारी अरुण सिंह के संज्ञान में भी लाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मैं सरकार या पार्टी के किसी संगठन के खिलाफ बात नहीं कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को सरकार और पार्टी में कुछ बदलावों के साथ सत्ता में वापस आना चाहिए।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ अपने काम के अनुभव के बारे में सवाल पर रेणुकाचार्य ने कहा कि येदियुरप्पा कोई भी काम पांच मिनट में कर देते थे, इसमें अनुदान देना भी शामिल था। बोम्मई भी हमारे साथ उसी प्रेम और विश्वास के साथ व्यवहार करते हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी को प्रदेश में मजबूत स्थिति में बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री और भाजपा नेतृत्व को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है वरना भाजपा को काफी नुकसान हो सकता है।