रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ करने राजधानी रायपुर स्थित साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित हैं।
राज्य गीत ,अरपा पैरी के धार से राज्योत्सव 2022 का शुभारंभ, मंच पर अतिथिगण मौजूद रहे। आदिवासी नगाड़ा बजाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने जनजातीय समूह का प्रतीक चिह्न मांदर भेंट किया।
एक साथ दर्शक दीर्घा में बैठे विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने अपने नगाड़े, तुरही, मांदर, झांझ, चंग आदि को एक साथ बजाया। पूरा माहौल आदिम वाद्य यंत्रों की विविध ध्वनियों से गूंज उठा। इस बीच मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के पोस्टल स्टैम्प का विमोचन किया। वहीं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव-2021 पर केंद्रित एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया।
इंडोनेशिया, मालदीव, मोजाम्बिक, मंगोलिया, न्यूजीलैंड, रुस, रवांडा, सर्बिया और टोंगो गणराज्य के नर्तक दल मंच के सामने से गुजरे। उनके बाद भारतीय राज्यों से आये लोक कलाकारों ने अपनी विशिष्ट संस्कृति को पेश करती झलकियां पेश की। शुरुआत आंध्र प्रदेश से हुआ। उसके बाद अरुणाचल प्रदेश, असम, जम्मू कश्मीर, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, लद्दाख सहित विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने मार्च पास्ट किया।