आम आदमी पार्टी ने संगरूर के सांसद भगवंत मान सिंह को पंजाब में अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है। पेशे से कॉमेडियन, एक्टर भगवंत मान सिंह ने 2011 में राजनीति में एंट्री की थी। इसके बाद वह संगरूर से दो बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने CM चेहरे का औपचारिक ऐलान कर दिया। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मोहाली पहुंचे और उन्होंने भगवंत मान के नाम का ऐलान किया। आप ने CM कैंडिडेट चुनने के लिए मोबाइल नंबर जारी करके जनता की राय मांगी थी।
3 दिन में 21.59 लाख लोगों ने राय दी। करीब 15 लाख लोगों ने भगवंत मान का नाम लिया है। केजरीवाल ने इस रिजल्ट के साथ ही भगवंत मान के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि मान को 93.3% और सिद्धूू को सिर्फ 3.6% वोट मिले।
अरविंद केजरीवाल पहले ही कहा था कि वह पंजाब में CM की दौड़ में नहीं हैं। पंजाब का CM चेहरा सिख समाज से होगा। 2017 में आप को इसी वजह से बड़ा झटका लगा था कि CM फेस सिख समाज से नहीं था। विरोधियों ने कहा कि बाहर से आकर कोई मुख्यमंत्री बन सकता है, जिससे पंजाबी आप से दूर होते चले गए।
CM चेहरा घोषित किए जाने के बाद भगवंत मान ने कहा कि जब मैं कॉमेडियन था तो लोग मुझे देख हंस देते थे। जब राजनीति में आया तो लोग रोने लगे कि हमें बचा लो। मान ने कहा कि पंजाब को सिर्फ लोग ही बचा सकते हैं। वह सिर्फ इसका जरिया बन सकता है।
पंजाब के युवाओं के हाथ से टीके छीनकर टिफिन पकड़ाएंगे। मान ने कहा कि आज पार्टी ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। लाखों लोगों ने अपनी राय देकर मुझ पर भरोसा जताया। अब मैं डबल जिम्मेदारी से काम करूंगा।
पार्टी के सहप्रभारी राघव चड्ढा ने भगवंत मान को सीएम घोषित किए जाने पर बधाई दी। इसके बाद उन्होंने मंच से साडा सीएम भगवंत मान नारा लगाया। इसके बाद भगवंत मान के जीवन से जुड़ा एक वीडियो भी मंच पर चलाया गया। इसमें उनके परिजनों, रिश्तेदारों व आम लोगों की राय को शामिल किया गया।
भगवंत मान की बहन मनजीत कौर ने कहा कि वह खुशनसीब समझती हूं कि मेरे भाई को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि आम घर पैदा हुए है। सुख दुख सब कुछ देखा है। उन्होंने कहा कि 20 साल के कॉमेडी के करियर में भी लोगों के मुद्दों को उठाया था। उन्होंने बताया कि वह लोगों को दिल से खुश करना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि उनके परिवार से किसी ने चुनाव नहीं लड़ा था। उन्होंने बताया कि वह पटियाला के एक निजी स्कूल में काम करती हैं। उनके स्कूल तो मोती महल के बिल्कुल पास है लेकिन वहां पर कोई दिन नहीं जाता, जहां पर लाठीचार्ज नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैं वायदा करती कि यह लड़ाई जब जीतेंगे तो मेरा भाई सबके चेहरे पर मुस्कान लेकर आएगा। क्योंकि मेरे भाई ने रंगला पंजाब बनाने का जो सपना देखा है, उसके लिए सहयोग की जरूरत है।