


उत्तर प्रदेश में छात्रवृत्ति घोटाले मामले में इंटरनेशनल पैरा क्रिकेटर विक्रम नाग को गिरफ्तार किया गया है. विक्रम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने पकड़ा है. इसके बाद उसे सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया. जहां से सात दिन की कस्टडी रिमांड मिलने के बाद अब ईडी उससे आगे की पूछताछ कर रही है.


आरोप है कि पैरा क्रिकेटर विक्रम ने छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम देने वाले हाइजिया एजुकेशन ग्रुप के साथ मिलकर दिव्यांगों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर स्कॉलरशिप के करोड़ों रुपए हड़पे हैं. विक्रम हाइजिया ग्रुप के लिए एक तरीके से एजेंट का काम कर रहा था. उसने दिव्यांगों के सार्टिफिकेट व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए थे, जिससे छात्रवृत्ति घोटाला हुआ.
जानकारी के मुताबिक, ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले में कुछ महीने पहले में लखनऊ समेत अन्य जिलों में 20 से ऊपर शैक्षिक संस्थानों में छापेमारी की थी. इस दौरान 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था. इसको लेकर हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन जाफरी और फनी जाफरी, अली अब्बास जाफरी और कर्मचारी रवि प्रकाश को गिरफ्तार किया गया था. अब इस घोटाले में विक्रम नाग के रूप में चौथी गिरफ्तारी हुई है.
पहले अपात्र विद्यार्थियों का एडमिशन फिर हड़पी उनकी स्कॉलरशिप
जांच में आया था कि आरोपियों ने कागज पर शिक्षण संस्थान बनाकर अपात्र विद्यार्थियों के दाखिले कर दिए और फिर उनके स्कॉलरशिप के पैसे डकार गए. इनमें 12 वर्ष से लेकर 48 वर्ष तक के अपात्र लोगों को विद्यार्थी बनाकर घोटाला किया गया. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने 500 से अधिक छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप हड़प ली.
इतना ही नहीं स्कॉलरशिप के पैसे हासिल करने के लिए बैंक के अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई थी. फिलहाल, इस मामले की जांच लखनऊ पुलिस और एसआईटी भी कर रही है.
पैरा क्रिकेटर विक्रम नाग उत्तर प्रदेश पैरा (दिव्यांग) क्रिकेट टीम का कप्तान और महिला पैरा क्रिकेट टीम का कोच भी रहा है. बीते दिन छात्रवृत्ति घोटाले में विक्रम से पहले पूछताछ की गई फिर ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया.