सीआरपीएफ के एक कांस्टेबल ने अपने परिवार के साथ जोधपुर में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र परिसर के अंदर अपने घर में खुद को बंद कर लिया था। किसी के पास आने पर उसने हवा में फायरिंग शुरू कर दी। छुट्टी न मिलने से नाराज जवान ने अपनी पत्नी और छह साल की बेटी को 18 घंटे तक बंधक बनाए रखा।
डीसीपी जोधपुर ईस्ट अमृता दुहन ने जानकारी दी कि हमने उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की लेकिन उसने बात करने से इनकार कर दिया। हमने सभी एहतियात बरता क्योंकि वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ था। आशंका है कि वह किसी बात से परेशान था।
बताया जा रहा है कि रविवार को छुट्टी को लेकर सीआरपीएफ जवान नरेश जाट की अधिकारियों से बहस हुई थी। बहस के बाद नाराज होकर उसने एक जवान का हाथ भी काट दिया था। इसके बाद शाम पांच बजे जवान ने सीआरपीएफ परिसर स्थित अपने आवास में खुद को परिवार सहित बंधक बना लिया। उसके साथ पत्नी और बेटी थी।
मशीनगन से की फायरिंग
नरेश के पास इंडियन स्माल आर्म सिस्टम (आईएनएसएएस) 5.56 यानी लाइट मशीनगन थी। उसने पुलिस के उसके घर के पास आने पर 12 हवाई फायर किए। जिसके बाद पुलिस जवान लाउडस्पीकर से उसे समझाने में जुटे रहे। उसके हाथ में मशीनगन देखकर पुलिस जवान उसके घर में प्रवेश नहीं कर सके। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ सहित अन्य अधिकारी भी सीआरपीएफ केंद्र पहुंचे।
रविवार शाम पांच बजे नरेश जाट ने अपना मोबाइल ऑन किया था। उससे अधिकारियों ने बात कर समझाइश का प्रयास किया। उसने आईजी सीआरएफ को बुलाने की मांग रखी थी। सोमवार को आईजी सीआरपीएफ ने पहुंच कर जवान से बातचीत भी की थी लेकिन उसने खुद को गोली मार ली। सीआरपीएफ परिसर में एंबुलेंस बुलाकर उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।