भिलाई : शहर में बच्चा चोर के सक्रिय होने की अफवाह को एक फिर से हवा मिली। लेकिन, इस बार इस किसी व्यक्ति की पिटाई नहीं हुई है, बल्कि तीन बच्चों के लापता होने के चलते शहर में ये चर्चा तेज हुई। गुरुवार की शाम को तीन बच्चे एक साथ लापता हो गए। बच्चा चोर के सक्रिय होने की अफवाह से भयभीत परिवार वाले फौरन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। तीनों की फोटो को प्रसारित किया। जिसके चलते गुरुवार की सुबह तीनों बच्चे पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर मिले। वे तीनों ट्यूशन बंक मार कर घूमने के लिए बिलासपुर चले गए थे। वैशाली नगर पुलिस ने तीनों को बरामद कर उन्हें उनके परिवार वालों को सौंपा है।
जानकारी के अनुसार तीनों बच्चे रामनगर, फरीद नगर और मुरम खदान कोहका के रहने वाले हैं। तीनों एमजीएम वैशाली नगर के कक्षा आठवीं के छात्र हैं। वे तीनों कृपाल नगर में एक साथ ट्यूशन पढ़ने के लिए जाते हैं। वे लोग गुरुवार की शाम को ट्यूशन जाने के लिए घर से निकले। लेकिन, ट्यूशन न जाकर तीनों एक साथ घूमने निकल गए। वे लोग पावर हाउस रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां से ट्रेन पकड़कर बिलासपुर तक गए। स्टेशन पर घूमने के बाद वे लोग वापस पावर हाउस आए। स्टेशन पर देखते ही जीआरपी ने उन्हें अपनी सुरक्षा में लिया और वैशाली नगर पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस उन्हें स्टेशन से लेकर आई और परिवार वालों के सुपुर्द किया।
ट्यूशन खत्म होने का समय बीतने के बाद भी जब तीनों छात्र वापस घर नहीं लौटे तो उनके परिवार वालों ने उनकी तलाश शुरू की थी। वे लोग ट्यूशन भी पहुंचे थे। जहां से उन्हें जानकारी मिली कि वे लोग ट्यूशन आए ही नहीं थे। इसके बाद उन्हें पता चला कि तीनों छात्रों को आखिरी बार कृपाल नगर में ही देखा गया था। बच्चों के लापता होने के बाद बच्चा चोरी की अफवाह फैली। आसपास के क्षेत्र में यह बात फैल गई कि बच्चा चोर ने उन्हें गायब कर दिया है। लेकिन, गुरुवार की सुबह तीनों बच्चों के मिलने के बाद परिवार वालों ने राहत की सांस ली। साथ ही बच्चा चोरी की चर्चा पर भी विराम लगा।
तीनों बच्चे घूमने के लिए बिलासपुर चले गए थे। वे लोग ट्रेन बदल बदलकर बिलासपुर तक गए थे। रास्ते में वे लोग रेलवे स्टेशन घूमने के लिए रायपुर, भाठापारा में उतरे थे। उनकी फोटो को जीआरपी के साथ भी साझा किया गया था। वे जब पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो जीआरपी ने उन्हें अपनी सुरक्षा में लेकर हमें जानकारी दी। जिसके बाद उन्हें लाकर उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया है।