आतंकियों ने वीरवार की सुबह फिर दो नागरिकों की गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी। वेे दोनों बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल ईदगाह के शिक्षक हैं। यह हत्या पूरी नियोजित तरीके से की गई। आगामी परीक्षा की तैयारियों की योजना को लेेकर शिक्षकों की मीटिंग चल रही थी।
उस मीटिंग में दो आतंकी घुस आए और सभी शिक्षकों के नाम पूछे। स्थानीय मुस्लिम शिक्षकों कोे छोड़कर दो गैरमुस्लिम शिक्षकों को आतंकियों ने मीटिंग से बाहर निकाला और स्कूल परिसर में लाकर गोली मारकर हत्या कर दी। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घर कर गहन तलाशी अभियान छेड़ रखा है।
स्कूल में मौजूद शिक्षकों के मुताबिक स्कूल के सभी 18 शिक्षक आगामी परीक्षा की तैयारी पर चर्चा के लिए मीटिंग कर रहे थे। तभी अचानक दो लोग मीटिंग हाल में घुस आए। उन्होंने बारी-बारी से सभी शिक्षकों के नाम पूछे। बताया जा रहा है कि सभी शिक्षकों का पहचानपत्र भी देखा।
उसके बाद उन शिक्षकों में से सिर्फ दो शिक्षकों श्रीनगर के ही हजूरीबाग निवासी प्रिसिंपल रुपिंदर कौर और जम्मू के जानीपुर पटोली मोड़ निवासी शिक्षक दीपक चंद को बाहर निकाला। दोनों को को स्कूल परिसर मेें लेजाकर गोली मार कर वे फरार हो गए। फायरिंग की आवाज से स्कूल मेें अफरातफरी मच गई।
पुलिस और सुरक्षाबल के जवान पहुंच गए। इलाके को घेर कर तलाशी अभियान छेड़ दिया गया। पूरा स्कूल छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुट गए।
स्कूल के शिक्षकों से पूछताछ की गई। इस दौरान पता चला कि आतंकियों ने किस तरह से टारगेट किलिंग की है। स्कूल के स्थानीय मुस्लिम शिक्षकों को छोड़ दिया और दो की हत्या कर दी।
इस घटना से फिर साफ हो गया है कि आतंकियों ने चुन-चुन कर नागरिकों को मार कर दहशत फैलाने का काम शुरू कर दिया है। बहरहाल, वारदात के बाद इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है। आतंकियों के आसपास छिपे होने की आशंका है।
इस बार ईदगाह के एक सरकारी स्कूल में दो शिक्षकों की हत्या अमानवीय कृत्य है। इस घटना की निंदा के लिए उनके पास पर्याप्त शब्द नहीं हैं। मृतकों की आत्मा की शांति के लिए उन्होंने प्रार्थना किया। महबूबा ने लिखा कि कश्मीर की बिगड़ती स्थिति को देखकर परेशान हूं, यहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। नया कश्मीर बनाने के सरकार के दावों ने वास्तव में इसे नरक में बदल दिया है।