नई दिल्ली बॉडी स्प्रे ब्रैंड लेयर के शॉट डियो से जुड़े दो विज्ञापनों पर हुए विवाद के बाद दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission of Women) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने भी इस पर आपत्ति जताई।
मालीवाल ने इन विज्ञापनों (Controversial Shot Ads) को बलात्कार को बढ़ावा देने वाला बताया। मालीवाल ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखकर उनका इस विषय पर ध्यान आकर्षित किया। महिला आयोग की अक्ष्यक्ष ने इस पत्र में परफ्यूम ब्रांड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही पुलिस को भी नोटिस जारी किया था। इसके कुछ समय बाद ही सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस विवादित डियो विज्ञापन पर रोक लगाने का आदेश दे दिया है। साथ विज्ञापन से जुड़े नियमों के अनुसार एक जांच भी बैठाई गई है।
स्वाति मालीवाल ने पुलिस को लिखा पत्र
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि विज्ञापन सामूहिक बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम को भेजे गए नोटिस में आयोग अध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज करने और विज्ञापनों को टीवी से हटाने की मांग की है। पत्र में दिल्ली पुलिस को इस मामले में 09.06.2022 तक कार्रवाई रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है।
संस्कृति को प्रोत्साहित कर रहा विज्ञापन
स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं हैरान हूँ! हमारे टेलीविजन स्क्रीन पर कितने शर्मनाक और वाहियात विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं! यह कौन सी रचनात्मकता है, जो विषाक्त पुरुषत्व का इतना भयावह रूप हमारे सामने लाती है और सामूहिक बलात्कार की संस्कृति को प्रोत्साहित करती है! मामले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए, विज्ञापनों को बंद किया जाना चाहिए और इस कंपनी पर कठोरतम जुर्माना लगाया जाना चाहिए। दिल्ली पुलिस और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बिना समय बर्बाद किए इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।”
बॉडी स्प्रे शॉट के एड में दिखाया गया कि एक कमरे में तीन लड़के आते हैं। उस कमरे में एक लड़का एक लड़की के साथ पहले से ही बैठा रहता है। वे दोनों एक बेड पर बैठे हुए रहते हैं। तीनों लड़के जब कमरे में आते हैं, तो लड़की सहम जाती है। उन तीनों में से एक लड़का कमरे में मौजूद लड़के से पूछता है कि शॉट तो मारा होगा। इस बात से वहां मौजूद लड़की गुस्सा जाती है। तब लड़का जवाब देता है कि हां मारा है। इसके बाद वे लड़के कहते हैं कि अब हमारी बारी है।