दुर्ग। पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कवर्धा में हुई हिंसा के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार और वहां के स्थानीय मंत्री को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा कि घटना की उतनी बड़ी नहीं थी लेकिन सरकार और कवर्धा पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते स्थिति बिगड़ गई।
केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध कवर्धा कांड के आरोपितों से मुलाकात के लिए सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह केंद्रीय जेल दुर्ग पहुंचे।उन्होंने आरोपितों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। केंद्रीय जेल में दुर्ग में कवर्धा कांड के 69 आरोपित निरुद्ध हैं।
जेल से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि कवर्धा हमेशा से ही शांति का टापू रहा है। उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कवर्धा में बाहर से लोगों को लाकर बसाया जा रहा है ऐसे लोगों को स्थानीय मंत्री (मोहम्मद अकबर) का संरक्षण मिला हुआ है।
अल्पसंख्यक लोगों की प्रताड़ना की वजह से कवर्धा में स्थिति खरीब हुई है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर गांव-गांव जाएगी और राज्य व्यापी मुहिम चलाएगी ताकि छत्तीसगढ़ के अन्य क्षेत्रों में इस तरह की स्थिति निर्मित न हो।
जेल परिसर में बड़ी संख्या में दुर्ग-भिलाई के भाजपा नेता भी मौजूद रहे।पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कवर्धा हिंसा के लिए पूरी तरह से पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। जिस स्थान पर घटना हुई है वहां सालों से भगवा झंडा लहराता आया है।
दुर्गेश नामक युवक वहां झंडा लगाने गया था पर विशेष संप्रदाय के लोगों ने भगवा झंडे को पैरों से कुचला और घेराबंदी कर दुर्गेश को मारा। ऐसे लोगों को स्थानीय मंत्री और सरकार की शह मिली हुई है।ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर कराने पहुंचा लेकिन पुलिस ने 48 घंटे तक मामला दर्ज नहीं किया।