


रायपुर पिग आयरन सप्लाई के नाम पर एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। आरोपित ने पीड़ित को कम दर पर पिग आयरन देने के नाम पर झांसे में लेकर ठगी की घटना को अंजाम दिया है। व्यापारी ने आरोपितों के खिलाफ आजाद चौक पुलिस थाने में जुर्म दर्ज कराया है। आजाद चौक पुलिस मामले की जांच कर रही है।


पुलिस के मुताबिक समता कालोनी निवासी भुक्तभोगी राम अवतार अग्रवाल (46) सिंघल बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के संचालक आयरन ओर, पिग आयरन और आयरन उत्पादों के खरीदी एवं बिक्री करने का कारोबार करते है।
राम अवतार अग्रवाल दिल्ली स्थित स्टील कंपनी मिड ईस्ट इन्टीग्रेटेड स्टील लिमिटेड कंपनी से आयरन ओर फाइंस एवं पिग आयरन का क्रय वर्ष 2017-18 से कर रहे हैं।
तीन वर्षों में विश्वास हासिल कर पिछले वर्ष नवंबर में मिड ईस्ट इंटीग्रेटेड स्टील्स लिमिटेड कंपनी का अधिकारी एस धींगड़ा रामअवतार के समता कालोनी रापयुर के आफिस में आया।
उसने राम अवतार से एडवांस पैसा देने पर कम दर पर पिग आयरन देने की बात कही। धींगड़ा के विश्वास दिलाने के नाम पर अपनी कंपनी की मालकिन रीता सिंह से फोन पर बात कराई।
उसके बाद प्रार्थी उनके झांसे में आ गया।प्रार्थी उनकी बातों में आकर 28 नवंबर 2019 को 97,14,400
रुपये की राशि यूनियन बैंक समता कालोनी रायपुर के खाते से उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया, लेकिन कंपनी में सामान अभी तक नहीं भेजा है। पैसे की मांग करने पर आरोपितों द्वारा धमकी दी जाने लगी।
आजाद चौक पुलिस ने आरोपित नई दिल्ली निवासी रीता सिंह, मुंबई निवासी नताशा सिन्हा, दिल्ली निवासी हवा सिंह चहर और लखनऊ उत्तर प्रदेश निवासी विश्वंभर नाथ के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।