जांजगीर-चांपा: जिले में किसान इन दिनों अपने ही पैसे प्राप्त करने के लिए परेशान हो रहे हैं। सुबह से शाम तक लाइन में लगने के बावजूद पैसे नहीं मिल रहे हैं। कई दिनों से यहां यही हाल है। इस वजह से किसानों का गुस्सा फूट गया और लोगों ने जमकर हंगामा किया है।
दरअसल, जिले में कई किसानों ने धान बेच दिया है। उसी के पैसों के लिए वे इन दिनों जिला सहकारी बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। मगर दिन भर लाइन लगने के बाद भी उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फिर भी उनकी परेशानी दूर नहीं होती।
अलग-अलग किसान जिले के 20 केंद्रों में जाकर खरीदी कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि हम कई दिनों से आ रहे हैं। फिर भी जमा पर्ची को देना जल्द ही बंद कर दिया जाता है। बैंक वाले कहते हैं कि पैसे ही नहीं है कहां से दें। ऐसे में हम कहां जाएं। उन्होंने बताया कि सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। इसीलिए कई किसानों का गुस्सा फूट गया। किसानों ने कहा कि कुछ लोगों को ही पैसे मिलते हैं। उसमें भी रात कर दी जाती है। ऐसे में रात के वक्त हमसे कोई लूट कर ले तो। किसानों ने आरोप लगाया है कि यहां मनमानी चल रही है। बड़े किसानों से पैसे लेकर उनको भुगतान कर दिया जाता है। हमें पैसे वापस ही नहीं दिए जाते। इसलिए हम चाहते हैं कि व्यवस्था ठीक की जाए। ये बात कहते हुए किसानों ने जमकर नारेबाजी की है।
इस मामले को लेकर कृषक चेतना मंच के जिला सहसंयोजक संदीप तिवारी का कहना है कि पिछले कई दिनों से हर रोज सहकारी बैंक में किसानों को अपनी मेहनत की कमाई का पैसा पाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। देर शाम को पैसा देना किसानों को शुरू कर रहे हैं। बैंक प्रबंधन किसी प्रकार का किसानों की सुविधा के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। जल्द ही व्यवस्था नहीं सुधारा गया तो आगे चक्का जाम सहित उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वहीं जिला सहकारी बैंक के बैंक मैनेजर रेशमलाल तिवारी ने कहा कि सर्वर डाउन और बिलासपुर से पैसा लेट से मिल रहा है। शाम 3 से 4 बजे पहुंच रहा है, इसलिए समस्या हो रही है। गार्ड के माध्यम से व्यवस्थित लाइन लगाकर राशि का वितरण किया जाएगा ।