चीन: एक बार फिर से कोरोना वायरस ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. एक ओर संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, तो दूसरी ओर से मौतों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रही है.एक बार फिर दुनिया में दहशत का सबब बनता जा रहा है. चीन में कोविड (Covid in China) के बेकाबू होने से अन्य देशों में भी खतरा बढ़ गया है और भारत में भी इसे लेकर हलचल तेज हो गई है.
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ऐसी भी खबर है कि अंतिम संस्कार के लिए भी लंबी कतार लग गयी है. अस्पतालों में भी मरीजों की लंबी कतार देखी जा रही है.बता दें चीन समेत तमाम देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दुनिया में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के 36 लाख मामले सामने आए हैं, जबकि इस अवधि में 10 हजार लोगों की मौत हुई है. चीन समेत अर्जेंटीना, ब्राजील और जापान में संक्रमण में तेज उछाल आया है, वहीं अमेरिका, जर्मनी और ताइवान जैसे देशों में नए मामले बढ़ रहे हैं.
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू नजर आ रहे हैं. चीन के चोंगकिंग शहर से कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इनमें जो दृश्य देखने को मिल रहे हैं,उन्हें देखकर दहशत बढ़ रही है. इनमें देखा जा सकता है कि अस्पतालों में मरीजों के चेकअप के दौरान एक डॉक्टर किस तरह अचानक थककर सो जाता है. चीन से सामने आ रही इसी तरह की तस्वीरें और वीडियो परेशान कर देने वाले हैं.
भारत में पैनिक की जरूरत नहीं
कोरोना केस बढ़ने के चलते भारत भी अलर्ट हो गया है. हालांकि, सरकार दावा कर रही है कि देश हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.लेकिन साथ ही हिदायत भी दे रही है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ जरूरी बैठक की. इसमें शामिल नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बैठक के बाद कहा कि पैनिक की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने भीड़भाड़ में लोगों को मास्क लगाने और बूस्टर डोल जरूर लेने की सलाह दी है.
जरूरी कदम उठाए जाएंगे
देश की अर्थव्यवस्था और लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय कोई चूक नहीं करना चाहता. डॉ. पाल ने बताया कि देश में कोरोना टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है, बीच-बीच में मंत्रालय निर्णय लेगा कि इसे लेकर और क्या कदम उठाए जाएंगे. गौरतलब है कि कोरोना की बीती लहरों में भारतीय अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान हुआ था, हालांकि इसके बावजूद देश तेजी से उबरा और दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती इकोनॉमी बना