बिहार: लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक ओर यूपी-बिहार की पुलिस शराब की तस्करी रोकने को सीमा पर चौकसी बढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर तस्कर भी नए-नए तरकीब खोज रहे हैं। लग्जरी वाहनों के साथ ही एम्बुलेंस को भी शराब तस्करी का जरिया बनाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार की रात को बिहार की माझी पुलिस के सामने आया। यूपी की ओर से जा रही एम्बुलेंस की छानबीन की गई तो अंदर तस्कर को रोगी बनकर लिटाया गया था, जबकि तहखाने में शराब रखी गई थी।
बिहार की सीमा पर स्थित चांददियर पुलिस चौकी के पास यूपी-बिहार को जोड़ने वाले जयप्रभा सेतु के पूर्वी छोर पर बिहार के सारण (छपरा) जनपद का मांझी थाना है। मांझी में पहले से ही बिहार राज्य उत्पाद व मद्य निषेध विभाग का चेक पोस्ट है। बताया जाता है कि शुक्रवार की रात जयप्रभा सेतु पार कर छपरा की सीमा में पहुंची एक एम्बुलेंस को पुलिस व उत्पाद विभाग के कर्मचारियों ने रोक लिया। जांच शुरू हुई तो एम्बुलेंस में स्ट्रेचर पर एक रोगी लेटा हुआ था, जिसके सिर में पट्टी बंधी थी। उसके पास पानी का बोतल भी लटक रहा था। पुलिस ने पूछताछ की तो चालक ने बताया कि रोगी की हालत गंभीर है, जिसे पटना के एक डॉक्टर को दिखाना है।
उत्पाद विभाग के कर्मचारियों ने हैंड हेल्ड स्कैनर से एम्बुलेंस को स्कैन किया तो उसमें बनाए गए तहखाने में शराब की बोतलें रखी मिलीं। इसके बाद चालक और रोगी बनकर सोये तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। तहखाना खोलकर उसमें मौजूद लगभग 194 लीटर शराब बरामद हुई। मांझी पुलिस का कहना है कि शराब यूपी के मऊ से बलिया होकर यहां तक पहुंची है। पकड़े गए दोनों तस्करों से पूछताछ के आधार पर सप्लायर व रिसीवर की पहचान हुई है। सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।