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अबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात के लिए आज का दिन धमाकों से भरा रहा, जिसमें देश के एक मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाया गया। यूएई की राजधानी अबू धाबी के मुख्य एयरपोर्ट पर सोमवार को आग लग गई और तीन ईंधन टैकरों में विस्फोट हो गया।
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इसमें दो भारतीय नागरिकों समेत तीन लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। अबू धाबी पुलिस ने इसके लिए ड्रोन हमले को जिम्मेदार ठहराया है। यह यूएई के लक्ष्यों के खिलाफ एक बेहद असामान्य हमला प्रतीत होता है। यमन के हूती विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
संयुक्त अरब अमीरात की सरकारी डब्ल्यूएएम समाचार एजेंसी ने बताया कि शुरुआती जांच के संकेत बताते हैं कि वे छोटी उड़ने वाली वस्तुएं थीं, संभवतः ड्रोन। ये अबू धाबी के दोनों क्षेत्रों में गिरे और विस्फोटों को अंजाम दिया। अल-अरबिया ने सरकारी न्यूज एजेंसी डब्ल्यूएएम के हवाले से बताया कि अबू धाबी में हुए ईंधन टैंकर विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए।
डब्ल्यूएएम के अनुसार मरने वालों में एक पाकिस्तानी नागरिक और दो भारतीय नागरिक शामिल हैं। छह अन्य घायलों को हल्की से लेकर मध्यम चोटें आई हैं। हूती विद्रोहियों का मुख्य दुश्मन सऊदी अरब को माना जाता है क्योंकि वह इनके खिलाफ लड़ने के लिए खाड़ी देशों के एक गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है।
यमन के गृहयुद्ध में हूतियों के खिलाफ गठबंधन में सऊदी अरब के साथ मिलकर लड़ रहा है। यूएई ने हाल के हफ्तों में यमन में हूती ठिकानों के खिलाफ अपने हवाई अभियान को तेज कर दिया है। ईरान समर्थित समूह ने कहा था कि वह इसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा। सोमवार को हुए हमलों को इसी कार्रवाई का हिस्सा माना जा सकता है। इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के जहाज रवाबी को चला रहे चालक दल के 7 भारतीय सदस्यों को यमन में सक्रिय ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अपने कब्जे में ले लिया था।
भारत ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र से मदद की गुहार लगाई है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि उसने रवाबी पर तैनात चालक दल के सदस्यों से बात की है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि इस जहाज पर घातक हथियार लदे हुए थे और लाल सागर से उसे पकड़ा गया था। बताया जा रहा है कि इस जहाज पर चालक दल के कुल 11 सदस्य हैं, इनमें से 7 भारतीय हैं।
यमन में चल रहा गृह युद्ध
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब यमन में सऊदी गठबंधन की ओर से सैन्य अभियान काफी तेज हो गया है। भारत ने यह भी आह्वान किया कि यमन पूरी तरह से सीजफायर लागू किया जाए। इसके बाद एक राजनीतिक प्रक्रिया को शुरू किया जाए जिसमें महिलाओं को भी अहम भूमिका दी जाए। यमन में साल 2011 से गृहयुद्ध चल रहा है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने इस जहाज में कई हथियार और बख्तरबंद वाहन पकड़े हैं। हूती विद्रोही लगातार सऊदी अरब पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं।
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