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नगर निगम को लगाया लाखों का चूना,ठेका कंपनी

बिलासपुर में टैक्स वसूलने की ठेका कंपनी स्पायरो नगर निगम को लाखों रुपए चूना लगाकर जाने की तैयारी में है। हालांकि, निगम का दावा है कि तय शर्तों के अनुसार टैक्स वसूली नहीं करने के कारण कंपनी के 88 लाख 73 हजार रुपए को रोका गया है। जबकि, हकीकत यह है कि निगम हर साल ठेका कंपनी को कमीशन की राशि भुगतान कर रही है।

आलम यह है कि अब तक करीब आठ करोड़ रुपए भुगतान किया जा चुका है। दरअसल, टैक्स वसूली के ठेके के अनुबंध के तहत कंपनी को 90 फीसदी टैक्स वसूली करने पर ही कमीशन दिया जाना था। जबकि, बीते पांच साल में ठेका कंपनी 65 फीसदी औसत से टैक्स वसूली कर पाई है।

राज्य शासन ने नगर निगम बिलासपुर में वर्ष 2017 में टैक्स वसूली के लिए रांची की निजी कंपनी स्पायरो को ठेका दिया था। ठेके की शर्तों के मुताबिक कंपनी ने हर साल कम से कम 90 फीसदी टैक्स वसूली करने का टारगेट दिया था। इसी शर्तों के तहत कंपनी को टैक्स वसूली का काम सौंपा गया, लेकिन जब कंपनी को काम दिया गया उसी साल से टैक्स वसूली में नगर निगम पिछड़ते चली गई।

स्थिति यह है कि पांच साल में एक बार भी कंपनी 90 फीसदी टैक्स वसूल नहीं कर पाई। वहीं, नगर निगम के अफसर राज्य शासन की तरफ से कंपनी को टैक्स वसूली के लिए ठेका देने के बहाने बकायदा कमीशन की राशि का भुगतान करते रहे। नगर निगम की तरफ से कंपनी को सात फीसदी कमीशन के हिसाब से करीब आठ करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया है।

ठेका कंपनी से ज्यादा टैक्स वसूलते थे निगम की टीम
बीते दिनों सामान्य सभा की बैठक में टैक्स वसूली का मुद्दा उठा था। कांग्रेस पार्षद रामा बघेल के सवाल के जवाब में नगर निगम के राजस्व विभाग ने स्वीकार किया है कि इससे पहले जब नगर निगम की टीम टैक्स वसूली करती थी, तब ठेका कंपनी से ज्यादा राशि वसूल की जाती थी, लेकिन बीते पांच साल से नगर निगम ठेका कंपनी के चलते टैक्स वसूली में पिछड़ गई है। हालांकि, यह भी कहा गया कि ऐसे में ठेका कंपनी को डिबार कर दिया जाए।

इसके लिए सामान्य सभा में प्रस्ताव पारित भी किया गया है, लेकिन महापौर रामशरण यादव ने यह भी बताया कि कंपनी को ठेका राज्य शासन ने दिया है। ऐसे में नगर निगम सिर्फ शासन को प्रस्ताव भेज सकती है। इसमें निगम को कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। बताया गया कि जून में अब कंपनी का काम खत्म होने वाला है। इसके लिए कंपनी को डिबार करने शासन को पत्र लिखा जाएगा।

वर्ष वसूली का प्रतिशत कमीशन (लाख में) रोकी गई राशि
2017-18 68.99 126.62 12 लाख 46 हजार
2018-19 53.44 165.92 17 लाख 52 हजार
2019-20 61.48 172.42 17 लाख 54 हजार
2020-21 64.10 209.13 20 लाख 64 हजार
2021-22 64.92 208.21 20 लाख 57 हजार

नगर निगम के कमिश्नर अजयशंकर त्रिपाठी ने कहा कि स्पायरो कंपनी को टैक्स वसूली का ठेका राज्य शासन ने दिया है। ठेके की शर्तों के तहत कंपनी टैक्स वसूली की है कि नहीं। इसकी जांच कराई जा रही है। इसके अलावा भी कंपनी के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए राजस्व अफसरों की टीम बनाई गई है। आने वाले जून माह में कंपनी का समय समाप्त हो रहा है। जांच के बाद कंपनी को टैक्स वसूली का काम नहीं देने के संबंध में जानकारी दी जाएगी।

राजस्व विभाग के चेयरमेन पुष्पेंद्र साहू ने बताया कि टैक्स वसूली में स्पायरो का काम सही नहीं रहा। कंपनी की अपेक्षा निगम के कर्मचारी ज्यादा टैक्स वसूली कर लेते थे। शर्तों के अनुसार 90 फीसदी टैक्स वसूली नहीं करने के कारण स्पायरो कंपनी का 88 लाख 73 हजार रोका गया है।

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