रायपुर के मारवाड़ी मुक्तिधाम में एक युवक की हत्याकर शव को मुक्तिधाम में लाश जला दिया गया। आरोपितों ने राज छुपाने व मुक्तिधाम में काम करने वाले से शव को जलाने के लिए 40 हजार रुपये में सौदा किया गया था। जीजा-साले ने मिलकर पहले बुआ के बेटे की हत्या की, फिर शव को बोरे में भरकर मुक्तिधाम ले आए। शव जलाने से मुक्तिधाम के अंदर पहले शराब पी। स्थानीय लोगों को आरोपितों की गतिविधि संदिग्ध लगी जिसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने आरोपित टीकाराम साहू, वेदकरण साहू और रवि साहू को गिरफ्तार कर लिया है। सभी मंदिरहसौद के रहने वाले हैं। रवि साहू मुक्तिधाम में काम करता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले के अनुसार पेशे से छोला छाप डॉ. वेदकरण साहू और टीकाराम साहू का बुआ के बेटे कमलेश साहू से पुराना विवाद था।
कमलेश साहू आदतन नशेड़ी था, वो पिछले दिनों से नशा कर अपनी पत्नी से विवाद करता था, जिसके चलते आरोपित वेदकरण साहू और टीकाराम साहू का इनसे विवाद होता रहता था। इसलिए दोनों ने उसे मारने की योजना बनाई। मंगलवार रात कमलेश को बुलाकर सेरीखेड़ी स्थित एक नए मकान में ले गए, जहां गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
आरोपितों ने हत्या के बाद मंदिर हसौद के ही रहने वाले रवि साहू को भी इस अपराध में शामिल कर लिया। वह मारवाड़ी श्मशानघाट में देखरेख का काम करता है। आरोपितों ने उससे मुक्तिधाम में लाश जलाने के लिए 40 हजार रुपये में सौदा कर लिया। बुधवार सुबह वेदकरण और टीकाराम शव को बोरे में भरकर मुक्तिधाम पहुंचे।
जहां उसे जलाने की तैयारी की, इससे पहले मुक्तिधाम के अंदर तीनों ने शराब पी, फिर शव को जला दिया। उनकी यह हरकत स्थानीय लोगों को संदिग्ध लगी और सूचना पुलिस को दे दी।
जब तक मौके पर पुलिस पहुंची तब तक काफी शव को जला दिया गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल अधजले शव को बरामद किया