



रायगढ़: आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक के तहत कबड्डी प्रतियोगिता में एक खिलाड़ी की मौत हो गई। खलते-खेलते पटखनी देने के दौरान सिर के बल गिर गया, और फिर उठा ही नहीं। इलाज के लिए उसे रायगढ़ ले जाया जा रहा था. जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। सीएम भूपेश बघेल ने मृतक खिलाड़ी ठंडाराम मालाकार के परिजनों को 4 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। पीड़ित परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं जाहिर की. पूरी घटना घरघोड़ा के भालूमार गांव की है।
मृत युवक का नाम ठंडा राम मालाकार (35 वर्ष) था। कबड्डी मैच में घायल होने के बाद बाद साथी खिलाड़ियों ने ठंडाराम मालाकार को उठाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं उठ पाया। इधर मौके पर कोई मेडिकल टीम उपलब्ध नहीं थी। यहां तक की फर्स्ट एड किट तक की व्यवस्था नहीं थी। लोगों ने जल्दी से खिलाड़ी ठंडा राम मालाकार को उठाया और घरघोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए।
वहां उसकी गंभीर हालत को देखकर खिलाड़ी को रायगढ़ रेफर कर दिया गया। जर्जर सड़क के कारण कबड्डी खिलाड़ी ठंडा राम को अस्पताल पहुंचने में साढ़े 4 घंटे का समय लग गया। तमनार पाली घाट मार्ग पर रायगढ़ ले जाने के दौरान रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया।
बीजेपी महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक करा रही है, वो इसे कराएं, लेकिन वहां खिलाड़ियों के लिए कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि मृतक खिलाड़ी के परिजनों को 50 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
ओपी चौधरी ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक के दौरान किसी खिलाड़ी की मौत होती है, तो उसके परिजनों को 50 लाख रुपए और अगर कोई अपंग होता है, तो उसे 25 लाख रुपए दिए जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार हर खिलाड़ी का बीमा कराए, तभी उन्हें खेल खिलाएं।रायगढ़ से घरघोड़ा तक की पदयात्रा की थी, इसके दौरान उन्होंने पाया कि सड़क बेहद खराब है।
50 किलोमीटर की सड़क को तय करने में परिजनों को साढ़े 4 घंटे लग गए। इसी वजह से घायल खिलाड़ी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि खराब सड़क के लिए जो भी अधिकारी या ठेकेदार जिम्मेदार हैं, उन सब पर FIR दर्ज की जाए।
अपर कलेक्टर राजीव पांडेय ने कहा कि मृतक के परिजनों को शासन की तरफ से तत्काल 50 हजार रुपए दिए गए हैं। प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक का आयोजन गांव-गांव में विलुप्त होते खेलों को संजोने के लिए कर रही है। इसमें बढ़-चढ़कर ग्रामीण हिस्सा ले रहे हैं।
पिछले साल जनवरी में भी छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गोजी गांव में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान एक खिलाड़ी की मौत हो गई थी। खेल के दौरान अंतिम रेड मारते वक्त नरेंद्र साहू नाम का एक खिलाड़ी बाकी खिलाड़ियों के नीचे दब गया था। इसके बाद वो बेहोश हो गया था। साथी खिलाड़ी उसे कुरूद अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।