वैशाख मास की अमावस्या तिथि 30 अप्रैल को पड़ रही है। इस दिन शनिवार पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन न्याय के देवता शनि देव की विधि-विधान से पूजा करने का विधान है। शनि अमावस्या के जिन जप, तप, ध्यान, दान आदि करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि अमावस्या के दिन नमक से संबंधी कुछ उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा जातक के ऊपर बनी रहेगी और घर का वातावरण भी सकारात्मक रहेगा। आइए जानते हैं कि शनि अमावस्या के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।शास्त्र के अनुसार, नमक को चंद्रमा, शुक्र और राहु का प्रतीक माना जाता है। इसका इस्तेमाल करने से घर की निगेटिव एनर्जी भी समाप्त हो जाती है।
अमावस्या के दिन पोछा के पानी में थोड़ा सा नमक डालकर घर की सफाई करना चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही मां लक्ष्मी आपके घर वास करेगी, जिससे बरकत होगी। इस उपाय को आप गुरुवार को छोड़कर रोजाना अपना सकते हैं।शनिश्चरी अमावस्या के दिन कांच के गिलास में थोड़ा नमक और पानी डालकर नैऋत्य कोण(दक्षिण-पश्चिम) दिशा की ओर रख देना चाहिए। इसके पास एक लाल रंग का बल्ब लगा देना चाहिए।
जैसे ही पानी खत्म हो जाए वैसे ही दोबारा भर देना चाहिए। मान्यता है कि इस उपाय को करने से जातक के घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी।शनिश्चरी अमावस्या के दिन कांच के गिलास में थोड़ा नमक और पानी डालकर नैऋत्य कोण(दक्षिण-पश्चिम) दिशा की ओर रख देना चाहिए। इसके पास एक लाल रंग का बल्ब लगा देना चाहिए। जैसे ही पानी खत्म हो जाए वैसे ही दोबारा भर देना चाहिए। मान्यता है कि इस उपाय को करने से जातक के घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
- शनि अमावस्या के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
- शनि अमावस्या के दिन पितरों को जल अर्पण करने के साथ ही अपनी योग्यता के अनुसार दान जरूर करें।
- अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने का विधान है। जल अर्पण करने के साथ ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करते हुए सात परिक्रमा करें।
- शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ को जनेऊ, खड़ाऊ, लंगोट आदि अर्पित करें।
- शनि अमावस्या के मौके पर शनिदेव को सरसों का तेल और काले तिल अर्पित करें। इससे कुंडली से साढ़े साती, ढैय्या से छुटकारा मिलेगा।