बिलासपुर: हॉस्पिटल के सामने कार खड़ी करने पर महिला डॉक्टर और अस्पताल संचालक के बीच जमकर विवाद हो गया। दरअसल, हॉस्पिटल के सामने कार खड़ी करने पर गार्ड ने महिला डॉक्टर को मना किया, तब वह भड़क गईं और गार्ड को धमकाने लगी। इसकी जानकारी होने पर डॉक्टर बाहर निकले, तो उनके साथ भी विवाद करते हुए गाली देनें लगी और केस दर्ज कराने की धमकी दी। अब पुलिस ने महिला डॉक्टर पर केस दर्ज कर लिया है।
सरकंडा क्षेत्र के बहतराई रोड स्थित प्रथम अस्पताल के संचालक डॉ. रजनीश पांडेय महामाया चौक के पास रतनपुर रोड में आराध्या हॉस्पिटल चलाते हैं। उनके बाजू में ही डॉ. शैला मिल्टन का भी क्लीनिक है। वह रोज अपनी कार को उनके अस्पताल के सामने खड़ी कर देती हैं। 6 दिसंबर को डॉ. पांडेय अपनी कार पार्किंग में लगाकर अस्पताल गए थे। दोपहर में बाहर निकलते समय उन्होंने देखा कि अस्पताल के सामने कार खड़ी है और उनकी कार को निकालते नहीं बन रहा है। इस पर उन्होंने गार्ड से डॉ. शैला मिल्टन की कार हटवाने के लिए बोला। तब गार्ड उनके क्लीनिक में गया, जहां उन्होंने गार्ड से गाली-गलौज कर धमकाते हुए उसे भगा दी।
गार्ड के बाहर आने के बाद डॉ. पांडेय खुद क्लीनिक पहुंचे और रिसेप्शन में बैठे स्टाफ से कार के संबंध में जानकारी ली, तब उन्होंने अपनी कार होने से मना कर दिया। इस पर डॉक्टर पांडेय ने गार्ड को कार की हवा निकालने कह दिया।
कार की हवा निकालते ही डॉक्टर शैला मिल्टन बाहर आ गईं और गाली गलौज करते हुए गार्ड को धमकाने लगीं। उन्होंने आपराधिक केस में फंसाने की भी धमकी दी। उनकी हरकतों को देखकर डा. पांडेय ने सरकंडा थाने के साथ ही SSP पारुल माथुर से शिकायत की। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि जिस जगह पर आराध्या अस्पताल खुला है, वहीं पर डॉ. शैला मिल्टन का भी हॉस्पिटल है। इसके चलते दोनों अस्पताल प्रबंधन के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। यही वजह है कि उनके बीच आए दिन विवाद होता है। कार खड़ी करने का विवाद भी आपसी प्रतिस्पर्धा का ही नतीजा है।