सागर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी बेबाक शैली के लिए जाने जाते हैं. वह कभी भी साधु-संतों के सम्मान में पीछे नहीं रहते, लेकिन इस बार बाबा बागेश्वर एक संत पर भड़क गए. धीरेंद्र शास्त्री इतना नाराज हुए कि उन्होंने यहां तक कह दया कि वो ऐसे संतों की भी पोल खोल देंगे.
दरअसल, निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु के बयान से पं. धीरेंद्र शास्त्री नाराज हो गए थे. निग्रहाचार्य पहले भी कई साधु-संत और पीठाधीश्वरों की बातों का खंडन कर चुके हैं. इस बार निग्रहाचार्य ने धीरेंद्र शास्त्री पर बयान दे दिया. इससे नाराज होकर धीरेंद्र शास्त्री ने व्यास पीठ से संत के बयान पर कहा कि अगर आप में ज्ञान है तो उसे भलाई में लगाओ दूसरों की बातों का खंडन करके खुद का मंडन मत करो.
नहीं किया सिद्धियों को दुरुपयोग
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, ”अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे बड़ा कोई धूर्त कर्म नहीं है. आप ऐसा करके प्रसिद्धि पाना चाहते हैं. इसे हम ज्ञानी तो बिल्कुल नहीं कहेंगे, हमें भी हनुमानजी ने सिद्धि दी है. हम चाहें तो किसी की भी पोल खोल सकते हैं. आपसे जुड़े महात्मा भी नहीं बचेंगे. हम बता दें कि उन्होंने कितनी लुगाइयां रख रखी हैं. लेकिन, हमने अपनी सिद्धि का कभी दुरुपयोग नहीं किया.
दम हो तो धर्म विरोधियों का खंडन करो
बाबा बागेश्वर ने कहा, ”जितनी हमने निग्रहाचार्य की वाकपटुता और संस्कृत के शब्दों से समझा है, उन्हें संस्कृत का बहुत अच्छा ज्ञान है. लेकिन, उस ज्ञान से कितने लोगों को भला हुआ, यह नहीं पता. व्यास पीठ से मैं उनको प्रणाम करता हूं. निग्रहाचार्य आप आचार्य, शास्त्री, संत जो भी हों, हमारे लिए आप वंदनीय है. हमने आज तक किसी भी साधु-संत की बुराई नहीं की है, लेकिन आपको बोलना चाह रहा हूं कि आपके पास जो ज्ञान है, आप में दम हो तो अपने संतों की बुराई करना बंद करके धर्म विरोधियों के परखच्चे उड़ाना शुरू कर दो. आप कभी तुलसी पीठाधीश्वर का खंडन करते हैं, कभी मलूक पीठाधीश्वर का खंडन करते हैं, कभी रमन रेवती जी पीठाधीश्वर का खंडन करते हैं. खंडन करके आप पाना क्या चाहते हैं? अगर खंडन करके मंडन पाना चाहते हैं, तो आप से बड़ा कोई धूर्त नहीं हो सकता.”
प्रसिद्धि पाने के चक्कर में खंडन कर रहे
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, ”अगर आपको कोई चीज गलत लग रही है तो शंकराचार्य जी से सीखिए, वह पास बुलाकर बताते हैं. आप भी सीधी जाइए, पत्र भेजिए, आप सोशल मीडिया पर आकर भारत के संतों की अवहेलना करोगे, अपनी वाणी से प्रसिद्धि पाने के चक्कर में संतों का खंडन करोगे. अगर आप इतने ही सत्यवादी हैं तो बताओ कश्मीर में पंडितों को कैसे भगाया गया, बोलो हमारे धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज को कैसे गोलियां मारी गईं, बोलो हमारे धर्म विरोधी कैसे लव जिहाद को बढ़ावा दे रहे हैं. फिर भी आपसे हमारी कोई बुराई नहीं है, आपके पास शास्त्र ज्ञान है. उसको हमारा वंदन है, लेकिन आप उसका सदुपयोग करें ना कि दुरुपयोग करें”.