



रायपुर यूथ कांग्रेस संगठन चुनाव के प्रत्याशी व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राहुल चंद्राकर और उसके सहयोगी विजय कुमार वोरा को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तेलीबांधा थाना पुलिस ने प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर पांच लाख 60 हजार की धोखाधड़ी के आरोप में उन पर कार्रवाई की।
पीड़ित मोहम्मद इरफान ने उनके खिलाफ तेलीबांधा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इरफान ने बताया कि विजय वोरा पूर्व परिचित है। विजय ने नगर निगम में अधिकारियों से जान-पहचान होना बताकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभांडी हाउसिंग बोर्ड में आवंटन कराने का आश्वासन दिया था। इसके लिए कहा था कि प्रति आवास वह 70 हजार रुपये लेगा।
विजय ने राहुल चंद्राकर को नगर निगम का अधिकारी होना बताकर परिचय कराया था।इरफान ने अपने परिचित आशीष चंद्राकर, वाहिदा अली, रवि और खुद के लिए आठ आवास आवंटन के लिए पांच लाख 60 हजार रुपये दे दिए थे। दोनों ने मिलकर पैसे लिए।
दो-तीन महीने बाद आवास का आवंटन नहीं होने पर इरफान ने निगम जाकर राहुल चंद्राकर के बारे में पूछा तो पता चला कि वहां इस नाम का कोई अधिकारी नहीं है। जब विजय से पैसे वापस करने की मांग की तो वह टाल मटोल करने लगा।
ठगे जाने का एहसास होने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई।राहुल चंद्राकर एनएसयूआइ से महंत कालेज का अध्यक्ष भी रहा है। अभी चल रहे यूथ कांग्रेस संगठन चुनाव को में उसने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है।