सारण जिले की एक पुलिस ने एक फौजी को गिरफ्तार किया तो मामला इतना बढ़ा कि दानापुर सैन्य छावनी से अफसर को पहुंचना पड़ा। अवतार नगर थाना क्षेत्र के धारीपुर हराजी गांव से सेना के एक जवान को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा था।
इस मामले में फौजी के स्वजनों और ग्रामीणों के दूसरे गुट ने अवतार नगर पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने रविवार को थाने में पहुंच गिरफ्तार सैनिक को छपरा भेजने से रोक दिया।
ग्रामीणों का कहना था कि थोड़ी देर में दानापुर सैनिक छावनी से जेसीओ मामले की छानबीन करने अवतार नगर थाने में पहुंचने वाले हैं।
ग्रामीणों ने लगाया फौजी को फंसाने का आरोप
ग्रामीणों के विरोध के कारण स्थानीय थाने की पुलिस सेना के जवान को कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए जिला मुख्यालय छपरा नहीं ले जा पाई। फकुली गांव के ग्रामीणों का कहना था कि क्या सेना में नौकरी करने वाला किसी की बाइक छीनने का प्रयास कर सकता है।
सैनिक अमरजीत सिंह को पुरानी दुश्मनी के चलते फंसाया जा रहा है। जब पुलिस हराजी पहुंची तो अमरजीत सिंह के हाथ में पिस्तौल नहीं था। पिस्तौल घर से लाकर प्रथम पक्ष के लोगों ने पुलिस को दिया था।
अमरजीत दिघवारा जा रहा था। इस दौरान पकड़कर उसके साथ मारपीट की गई और उस पर पिस्तौल दिखाने व फायरिंग करने का झूठा आरोप लगा कर उसे पुलिस को सौंपा गया हैं।दानापुर सेना छावनी से सेना के पदाधिकारी अवतार नगर थाना में पहुंचे। उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की विस्तृत जानकारी ली।
अवतारनगर थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार ने कहा कि किसी भी कीमत पर पुलिस कोई पक्षपात नहीं करेगी। इसके बाद गिरफ्तार सैनिक को अवतार नगर पुलिस ने कोर्ट में प्रस्तुत किया, जहां से उसे छपरा जेल भेज दिया गया।