उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर बृहस्पतिवार को 62 फीसदी मतदान हुआ। इस चरण में सबसे अधिक वोट कैराना में 75.12 फीसदी और सबसे कम 47.22 प्रतिशत वोट साहिबाबाद में पड़े। चुनाव आयोग का कहना है कि कई जगहों से ईवीएम में तकनीकी दिक्कतें आईं, लेकिन मतदान शांतिपूर्ण रहा।
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि इन जिलों में औसतन 62.08 फीसदी मतदान हुआ। अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी बीडी राम तिवारी ने बताया कि कुछ जगहों से ईवीएम में तकनीकी दिक्कत की रिपोर्ट मिली।
इस पर ईवीएम को बदलकर मतदान कराया गया। कैराना विधानसभा सीट पर दुंदुखेड़ा गांव में गरीब मतदाताओं को मतदान करने से रोके जाने के सपा के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट के संज्ञान में यह मामला लाया गया है।सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 800 कंपनियों के अलावा एक लाख पुलिसकर्मी-होमगार्डों की तैनाती की गई थी।
58 सीटों पर 623 उम्मीदवार हैं। इसमें से 73 महिलाएं अपना भाग्य आजमा रही हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 सीटों में से 53 पर जीत हासिल की थी, जबकि सपा और बसपा को दो-दो सीटें मिली थी। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का भी एक उम्मीदवार विजयी हुआ।
161 ईवीएम में आई खराबी, देर तक रुका रहा मतदान
चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में ईवीएम खराब होने की शिकायतें आयोग को मिली, जिसकी वजह से मतदान भी प्रभावित हुआ। शामली और बुलंदशहर में सबसे अधिक श्कियतें आईं। 161 बूथों पर खराबी के बाद आयोग को मशीनें बदलनी पड़ी। इसमें बैलेट यूनिट व कंट्रोल यूनिट दोनों बदलनी पड़ी। इसके अलावा 374 स्थानों पर वीवीपैट की शिकायत मिली, जिसके बाद वीवीपैट भी बदला गया।
श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण।
भाजपा-कांग्रेस समर्थक
गाजियाबाद में भाजपा सांसद वीके सिंह और कांग्रेस नेता राजन कांत के समर्थकों के आपस में भिड़ंत की खबर है। दरअसल यह झगड़ा सिंह के मतदान के बाद मीडिया से बात करते वक्त भाजपा के कार्यों को गिनाने का कांग्रेस नेता के समर्थकों ने विरोध किया। इसे लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ता आपस में धक्कामुक्की करने लगे। सुरक्षा बलों के दखल के बाद मामला शांत हुआ।
बुलंदशहर में दुल्हा बलराम अपनी शादी की रस्में पूरी करने से पहले सदर सीट की चार खंभा केंद्र पर वोट डालने के लिए पहुंचा। बलराम ने घुड़चढ़ी की रस्म के बाद मोटर साइकिल से मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया।
शामली में सबसे अधिक तो गाजियाबाद में सबसे कम मतदान
जिला मतदान (औसत, प्रतिशत में)
अलीगढ़ 61.37
आगरा 60.23
बागपत 65.05
बुलंदशहर 65.12
गौतमबुद्ध नगर 57.07
गाजियाबाद 55.00
हापुड़ 67.68
मथुरा 62.90
मेरठ 63.27
मुजफ्फरनगर 65.91
शामली 69.42
तुलनात्मक आंकड़े प्रतिशत में
जिले का नाम- 2022 – 2017
शामली- 69.42- 67.12
मुजफ्फरनगर- 65.91- 65.50
मेरठ- 63.27-66.00
बागपत- 65.05-64.99
गाजियाबाद- 55.00-58.10
हापुड़- 67.68-65.67
गौतमबुद्घनगर- 57.07-59.17
बुलंदशहर- 65.12-64.65
अलीगढ़- 61.37-64.66
मथुरा- 62.90-65.39
आगरा- 60.23-63.88