नई दिल्ली. भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत बाल बाल बच गए जब उनकी लक्जरी कार तड़के दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकराने के बाद आग पकड़ ली. हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि 25 वर्ष के पंत को सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि पंत को झपकी आ गई थी और उनकी कार ने डिवाइडर से टकराने के बाद आग पकड़ ली. वहां से गुजर रही हरियाणा रोडवेज की एक बस के ड्राइवर और बाकी स्टाफ ने उसे जलती हुई कार में से बाहर निकाला. उन्होंने बताया कि हादसे में कार पूरी तरह से खाक हो गई.
सिंह ने कहा, ‘पंत हरिद्वार जिले के मंगलोर में दुर्घटना का शिकार हो गए. उनकी कार सुबह साढे पांच बजे डिवाइडर से टकरा गई. उन्हें रूड़की में सक्षम अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया है.’ आपात ईकाई में पंत का इलाज करने वाले डॉक्टर सुशील नागर ने बताया है कि पंत को सिर पर और घुटने में चोटें आई है और इसकी आगे जांच करनी होगी. उन्होंने कहा, ‘जब उन्हें हमारे अस्पताल लाया गया तब वह पूरी तरह से होश में थे और मैने उनसे बात भी की. वह घर जाकर अपनी मां को सरप्राइज देना चाहते थे.’
उनके सिर में चोट लगी है, लेकिन मैने टांके नहीं लगाये. मैने उन्हें मैक्स अस्पताल ले जाने को कहा जहां प्लास्टिक सर्जन उन्हें देख सके. एक्स रे में पता चला है कि कोई हड्डी नहीं टूटी है. दाहिने घुटने में चोट है और वह कितनी गंभीर है, इसका पता एमआरआई या आगे जांच से चलेगा.’ लिगामेंट की चोट ठीक होने में दो से छह महीने लगते हैं. उन्होंने कहा कि पंत की पीठ पर बड़ा घाव है और सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वाइरल हुई है , वह आग से जलने की चोट नहीं है.
डॉक्टर नागर ने कहा, ‘चोट इसलिये लगी क्योंकि वह कार में आग लगते ही खिड़की तोड़कर बाहर कूद गया. पीठ के बल गिरने से उसकी चमड़ी छिल गई लेकिन वह आग से जलने की चोट नहीं है और गंभीर भी नहीं है.’ मैक्स अस्पताल, देहरादून के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दिशांत याग्निक ने कहा कि हड्डी के विशेषज्ञों और प्लास्टिक सर्जन की टीम पंत को देख रही है.