यूपी में कांग्रेस के नेता एक-एक करके उसे छोड़कर जा रहे हैं। प्रियंका गांधी महिलाओं पर फोकस कर रही हैं, उनकी कोशिश है कि महिलाओं के जरिए वो यूपी में पैठ बना सकें लेकिन फिलहाल उनकी मेहनत का रिजल्ट जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल लगातार यूपी के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं। रविवार को बघेल मेरठ पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रचार किया।
मेरठ के किठौर में जब बघेल पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सपेरों का इंतजाम किया था ताकि कार्यक्रम में भीड़ हो सके। लोगों को बुलाने के लिए सपेरों ने बीन बजाकर माहौल बनाया। भूपेश बघेल ने किठौर में कांग्रेस प्रत्याशी बबीता गुर्जर के लिए लोगों से वोट मांगे। भूपेश बघेल पहले हस्तिनापुर में अर्चना गौतम के लिए घर-घर वोट मांगने गए।
नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला जारी है। पहले कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं अभियान की पोस्टर गर्ल प्रियंका ने कांग्रेस छोड़ी, बाद में स्टार प्रचारक आरपीएन सिंह भी कांग्रेस को अलविदा कह गए। इससे पहले इमरान मसूद, जितिन प्रसाद, अन्नू टंडन और ललितेश पति त्रिपाठी भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
1985 से मेरठ में गायब हुई कांग्रेस अब दो दशक के बाद यूपी में अपनी जमीन तैयार करने उतरी है। 1985 के बाद मेरठ में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं जीता। यही हाल यूपी के दूसरे जिलों में भी रहा है, लंबे समय से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का जनाधार लगातार गिरता जा रहा है।
हालांकि इस दौरान कांग्रेस यूपी में अलग-अलग विधानसभा चुनावों में सपा, बसपा, रालोद से गठबंधन के साथ भी उतर चुकी है। मगर इसका फायदा कभी कांग्रेस को नहीं मिला है। 2022 के चुनाव में अब कांग्रेस अकेली चुनाव मैदान में है।