भिलाई: सुपेला थाना अंतर्गत प्रेमिका ने सहयोगियों के साथ मिलकर प्रेमी की पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश हो गया। पीड़ित की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस ने आरोपी भगवती, रोहणी, सोनू और उसकी पत्नी के खिलाफ 294, 323, 34, 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने बताया कि खम्हरिया निवासी जगदीश भारती का भगवती नामक महिला से प्रेम संबंध था। भगवती ने 5 अक्टूबर को जगदीश की पत्नी को धमकी दी। इस बात को पूछने जगदीश, पत्नी मंजू एवं पुत्री मुस्कान के साथ 6 अक्टूबर को शाम 6.30 बजे भगवती के घर पहुंच गया। विवाद बढ़ने के बाद यह घटना सामने आई। जांच जारी है।
BSP की जमीन पर बना था आश्रम, फार्म हाउस
भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन की बेज कब्जा को लेकर की जा रही कार्रवाई पिछले कई महीनों से लगातार जारी है। मंगलवार को भी बीएसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 60 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 11.8 एकड़ जमीन से कब्जा हटाया। इस जमीन पर कब्जा करके कई लोगों ने फार्म हाउस तो कुछ ने आश्रम तक बना डाला था। बीएसपी ने पूरी जगह पर बुलडोजर चलवाने के बाद उस जगह को सील कर दिया है।
नगर सेवाएं विभाग से मिली जनाकरी के मुताबिक इस कार्रवाई में 100 से अधिक बीएसपी और पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी और सिपाही शामिल थे। सबसे पहले टीम नंदिनी हवाई अड्डा के सामने अहेरी और बिरेभाट स्थित जगह पर पहुंची। यहां बीएसपी की 7 एकड़ भूमि को कब्जामुक्त कराया गया। इसके साथ ही खाली पड़ी 4.8 एकड़ खुली जमीन को भी अपने कब्जा में लिया गया। इस जमीन पर भी लोग कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। कब्जामुक्त कराई गई जमीन के बाजार मूल्य की बात की जाए तो वह 60 करोड़ रुपए से भी अधिक है।
अधिकारी जब अपनी जमीन को खोजते मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि वहां लोग कब्जा करके बैठे हैं। किसी ने वहां आलीशान फार्म हॉउस बनाकर वहां केला, पपीता और अन्य फसलों को ले रहा है। कोई जमीन को घेर कर वहां बड़ी संख्या में मवेशी पालकर डेरी फार्म चला रहा है। एक बड़े हिस्से में तो बकायदा आश्रम खोल दिया गया था। बीएसपी के अधिकारियों ने पूरी जमीन को सील कर वहां नोटिस चस्पा कर दिया है।
कब्जाधारी मोहम्मद मुस्तफा से 2.83 एकड़ और 0.22 एकड़ जमीन, एकरामूल अंसारी से 0.42 एकड़ जमीन, जितेंद्र यादव से 2.86 और 0.67 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया। ये लोग यहां कई सालों से केला, धान की फ़सल लेने के साथ ही डेयरी संचालन कर रहे थे। पूरी जमीन को कब्जामुक्त कराया गया और उसे सील किया गया।