बिलासपुर आयुष्मान योजना की राशि उगाही कर शासन को लाखों रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है। सामान्य मरीजों को ICU में भर्ती कर योजना के तहत बेवजह बिल बनाया गया है। इस तरह की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को आयुष्मान योजना से इलाज करने का अधिकार छीन लिया है। मामला मंगला चौक स्थित सनसाइन हॉस्पिटल का है।
मंगला चौक स्थित सनसाइन अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभान्वित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ राज्य नोडल एजेंसी से 9 मामलों की शिकायत की गई। राज्य नोडल एजेंसी ने इसकी जांच कराई, तब पता चला कि जिन मरीजों को जनरल वार्ड में भर्ती करना था।
उन्हें ICU में भर्ती कर बिल बनाया गया है। दरअसल, योजना के तहत अस्पताल प्रबंधन मरीजों का उपचार कर बिल बना लेता है और उस राशि के भुगतान के लिए स्वास्थ्य विभाग में दावा किया जाता है। ICU के नाम से बिलिंग करने पर ज्यादा राशि भुगतान होता है।
यही वजह है कि नोडल एजेंसी ने शिकायतों की जांच कराई। तब पता चला कि वार्ड में भर्ती मरीजों को ICU में भर्ती करने का उल्लेख करते हुए बिलिंग की गई है। 22 नवंबर को राज्य नोडल एजेंसी ने इन शिकायतों के आधार पर सुनवाई की। साथ ही अस्पताल प्रबंधन से जानकारी मांगी। लेकिन, संतोषजनक जवाब नहीं मिला। लिहाजा, एजेंसी ने सनसाइन अस्पताल को आयुष्मान कार्ड से मरीजों के इलाज की योजना से हटा दिया है।
जांच में यह भी पता चला है कि सनसाइन अस्पताल प्रबंधन ने 5 प्रकरणों में मरीजों का इलाज आयुष्मान कार्ड से किया है। इसके लिए बिल बनाकर शासन से राशि भी ले लिया।
वहीं, इलाज करने के नाम पर मरीजों से भी रकम वसूली कर लिया गया। लिहाजा, मरीजों को योजना का लाभ ही नहीं मिला। इसके बाद भी शासन से रुपए ले लिए गए।