गरीब और मजबूर माता-पिता को लालच देकर उनके बच्चों को खरीदकर मानव तस्करी करने वाले गैंग का अपराध शाखा ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने छह महिलाओं को गिरफ्तार किया है। उनके पास से दो नवजात शिशु भी मिले हैं। यह गैंग दो से तीन लाख रुपये में जरूरतमंदों को बच्चे बेच देता था। अब तक आरोपी 50 से अधिक शिशु बेच चुके हैं। बच्चे खरीदने वाले 10 लोगों की पहचान हो गई है। गिरोह का सरगना फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि पकड़ी गई महिलाओं की पहचान गगन विहार (साहिबाबाद) निवासी प्रिया जैन (26), मंगोलपुरी दिल्ली निवासी प्रिया, वेस्ट पटेल नगर निवासी काजल, शाहदरा निवासी रेखा उर्फ अंजलि, विश्वास नगर निवासी शिवानी (38) गांव डूंडाहेड़ा, गुरुग्राम निवासी प्रेमवती के रूप में हुई है
17 दिसंबर को अपराध शाखा की टीम को सूचना मिली थी कि नवजात बच्चों की तस्करी करने वाला एक गैंग गांधी नगर पुश्ता रोड, श्मशान घाट के पास आने वाला है। इसके बाद टीम ने करीब 3.30 बजे वहां से प्रिया जैन, प्रिया और काजल को पकड़ लिया। इनके पास से सात-आठ दिन का नवजात शिशु बरामद हुआ।
जांच के दौरान पता चला कि तीनों महिलाएं नवजात को बेचने के लिए गांधी नगर पहुंची थीं। इस बच्चे का इंतजाम गैंग सरगना प्रियंका ने किया था। प्रियंका मंगोलपुरी निवासी प्रिया की बहन है। तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अगले दिन तीन अन्य महिलाओं को एक नवजात के साथ पकड़ लिया।
तीनों एक दलाल के जरिये बच्चे का सौदा करने वाली थीं। पुलिस की पूछताछ में इन महिलाओं ने अपना अपराध कबूल कर लिया। इन लोगों ने बताया कि प्रियंका और काजल इनकी गैंग लीडर है। फिलहाल प्रियंका फरार है।