


अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे पर बिफरे चीन ने अमेरिका पर अपनी नाराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी है। चीन ( China) ने बताया कि यह जलवायु से लेकर सैन्य संबंधों तक के मुद्दों पर अमेरिका के साथ वार्ता को रद या निरस्त कर रहा है। साथ ही ड्रग निरोधक प्रयासों पर भी रोक लगा दी है। बता दें कि नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे पर खफा चीन ने उन पर अनिर्दिष्ट प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।


चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि पेलोसी ने उस स्व-शासित द्वीप की उनकी यात्रा को लेकर चीन की चिंताओं और विरोध की अवहेलना की है, जिस पर बीजिंग अपना दावा जताता है। इससे पहले पेलोसी ने कहा था कि चीन अमेरिकी अधिकारियों को ताइवान की यात्रा करने से नहीं रोक सकता।
पेलोसी की यात्रा के बाद घिर गया ताइवान
ताइवान स्ट्रेट में चीन ने परमाणु पनडुब्बी के साथ विमानवाहक पोतों का बेड़ा तैनात किया है।ताइवान की घेरेबंदी कर चीन द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभ्यास से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। गुरुवार तड़के ताइवान के अलग-अलग जल क्षेत्रों में चीनी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों ने फायरिंग की और कम से कम 11 डोंगफेंग बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में 22 लड़ाकू विमान भी घुसे। ताइवान ने कहा है कि वह चीन के सैन्य अभ्यास पर करीबी नजर रख रहा है। वह संघर्ष को भड़काएगा नहीं, लेकिन अपनी संप्रभुता की मजबूती के साथ रक्षा करेगा। उसने सैन्य अभ्यास को अवैध, गैरजिम्मेदाराना और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के खिलाफ बताया है।
बता दें कि पिछले लगभग ढाई दशक में ताइवान की यात्रा करने वाली पेलोसी अमेरिका की सबसे बड़ी नेता रहीं। चीन ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है और दूसरे देशों के नेताओं की वहां की यात्रा का विरोध करता है।