



दुर्ग पुलिस ने चिटफंड कंपनी के 2017 से फरार डायरेक्टर अरविंद मिश्रा (34 साल) को गिरफ्तार किया है। पुलिस मिश्रा को उड़ीसा राज्य के भुवनेश्वर से गिरफ्तार करके दुर्ग लाई है।
उस पर जिले में 13 लोगों से 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
एसएसपी बीएन मीणा ने बताया कि पुलिस लगातार चिटफंड कंपनियों के फरार आरोपियों की तलाश में लगी है। इसी क्रम में उन्हें जानकारी मिली कि संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड नाम से चिटफंड कंपनी चलाने वाले अरविंद मिश्रा को भुवनेश्वर में देखा गया है।
उसके खिलाफ मोहन नगर थाने में धारा- 420, 34 के तहत धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है। इस चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर्स द्वारा जिले के 13 निवेशकों से जल्द रकम दुगना करने का लालच देकर लभग 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है।
जानकारी मिलते ही साइबर सेल और मोहन नगर थाने की संयुक्त टीम को भुनेश्वर उड़ीसा भेजा गया। टीम उड़ीसा पहुंची और वहां तीन दिनों तक आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए उसके घऱ की रेकी करती रही। जैसे ही उन्हें जानकारी मिली आरोपी डायरेक्टर अरविन्द मिश्रा अपने घर से कार लेकर निकला है,पुलिस ने उसका पीछा किया।
इसके बाद उन्होंने उसकी गाड़ी को ओवरटेक करके रोका और उससे पूछताछ किया। जैसे ही उसने अपना नाम अरविन्द मिश्रा बताया उसे गिरफ्तार किया गया और उसके बाद बुधवार को दुर्ग लाया गया।
कंपनी का एक डायरेक्टर हो चुका है गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इसी कंपनी का एक डायरेक्टर प्रवीण मोहंती को पहले ही भुनेश्वर उड़ीसा से गिरफ्तार किया चुका है। इस प्रकरण मं कुल तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसमें प्रवजन मोहंती अभी भी एक आरोपी फरार है। उसकी पतासाजी जारी है।डायरेक्टर अरविन्द मिश्रा की चल अचल सपंत्ति चिन्हित की जा रही है।
इसके बाद उसकी संपत्ति को कुर्क करने के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा। कुर्की के बाद जो राशि प्राप्त होगी उससे निवेशकों की राशि को वापस किया जाएगा।