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PM आवास दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा

बिलासपुर में PM आवास योजना के तहत मकान दिलाने का झांसा देकर 30 लोगों से 45 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। इस गड़बड़ी का राज तब खुला जब पीड़ितों को मकान नहीं मिला और रसीद लेकर सभी नगर निगम कार्यालय पहुंचे।

उन्हें बताया गया कि इस तरह से नगर निगम की रसीद ही नहीं काटी गई है और यह रसीद ही फर्जी है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

तोरवा क्षेत्र के मातेश्री अपार्टमेंट निवासी एंड्रयू मेक्फारलेंड व सुबीर कुमार बासु की पुरानी जान पहचान थी। सुबीर ने जून 2021 में एंड्रयू को बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर निगम में मकान का आबंटन हो रहा है तो तुम भी मकान ले लो। इस दौरान उसने कहा कि नगर निगम में उसकी अच्छी सेटिंग है और वह मकान दिलवा देगा। उसकी बातों में आकर एंड्रयू अपने और अपनी बहन वेन्डलिस्मिथ के लिए मकान लेने के लिए तैयार हो गया।

इसके बाद सुबीर कुमार ने उन्हें एक मकान के एवज में एक लाख 13 लाख रुपए की मांग की। साथ ही उसे नगर निगम से रसीद दिलाने की बात भी कही। इस पर एंड्रयू ने उसे 260000 रुपए 14 जून को दे दिया। बाद में सुबीर कुमार ने उसे 5000 व 70000 रुपए की रसीद दी। इसके साथ ही आबंटन पत्र भी दिया। इसी दौरान एंड्रयू के दोस्त रसल फ्रांसिस, तखतपुर के राजकुमार पाटनवार को भी इसकी जानकारी हुई, तब वे भी मकान लेने के लिए तैयार हो गए।

उन्होंने भी सुबीर कुमार से मिलकर मकान के एवज में रकम दे दिया। इस तरह से सुबीर कुमार ने करीब 30 लोगों से कुल 45 लाख रुपए लिए। सुबीर कुमार ने उन्हें एक माह के भीतर मकान की चाबी दिलाने का भरोसा भी दिलाया था।

इसके बावजूद दो माह तक उन्हें मकान की चाबी नहीं मिली, तब उन्होंने सुबीर कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला। इस बीच उसके घर भी गए। लेकिन, वह घर में भी नहीं मिला।

इससे परेशान होकर सभी रसीद लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे और अधिकारी-कर्मचारियों को रसीद दिखाया। तब निगम के लोगों ने बताया कि ये रसीद फर्जी है और कहा कि PM आवास के लिए ऐसा कोई रसीद ही नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद उन्हें पता चला कि फर्जी रसीद देकर रकम वसूली की गई है और धोखाधड़ी की गई है।

फर्जीवाड़ा सामने आने पर पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। वहीं पीड़तों ने इस मामले में निराकरण के लिए निगम अधिकारियों से भी कहा पर उन्होंने थाने में जाकर शिकायत करने की बात कही।

पीड़ितों ने अपनी शिकायत में बताया कि सुबीर कुमार बासु ने 750000 रुपए की रसीद दी और कहा कि शेष रकम की रसीद नहीं मिलेगी। शेष राशि निगम कर्मचारी सुमन व अन्य अधिकारियों को मकान आबंटन के लिए खर्च देने की बात कही थी। ऐसे में इस फर्जीवाड़ा के गंभीर मामले में नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है।

इस पूरे मामले में सिविल लाइन TI शनिप रात्रे ने कहा कि शिकायत मिली है। जिसकी जांच कराई जा रही है। जिसने रुपए लिए हैं। उसे भी थाने में बुलाया गया है। उससे भी पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पुलिस ने अभी केस दर्ज नहीं किया है।

 सरकंडा क्षेत्र के अशोक नगर निवासी पालेश्वर उर्फ निराला गोस्वामी ने मोहल्ले के कई लोगों को अटल आवास दिलाने के नाम पर रुपए ले लिया था। इस बीच मकान नहीं मिलने पर मोहल्लेवाले उससे रुपए वापस मांगने लगे। इससे पालेश्वर परेशान हो गया था। इससे तंग आकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके पास से सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें कुछ लोगों के नाम है। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है।

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