समाज कल्याण विभाग की ओर से विधवा और परित्यक्ता महिलाओं की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार रुपये देने की योजना है। लेकिन पिता-माता दोनों की मौत हो जाने पर यह मदद नहीं दी जाती है। ऐसे में इस योजना विसंगतियों का खामियाजा कई बेटियों को भुगतना पड़ रहा है। गरीब बेटियों की शादी में मिलने वाली सरकारी मदद नियम-कायदों के ऐसे जाल में उलझी हैं, जिससे असली हकदार को उसका हक नहीं मिल पाता। गरीब पिता की मौत या महिला के परित्यक्ता होने पर बेटी के हाथ पीले करने के लिए आर्थिक सहायता मिलती
तल्लापाल की नेहा और तल्लादेश की कविता के माता-पिता दोनों नहीं है। ये दोनों इस लाभ से वंचित हैं। सीएम कैंप कार्यालय के नोडल अधिकारी केएस बृजवाल ने कहा कि इस मामले में शासन पर मंथन चल रहा है। फिर भी मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया जाएगा।
- एससी-एसटी की बेटी की शादी के लिए माता-पिता दोनों के होते हुए भी योजना का लाभ मिलता है।
- एससी-एसटी वर्ग की बेटी के माता-पिता नहीं होने पर उसका पालन-पोषण करने वाले व्यक्ति को भी योजना का लाभ दिया जा सकता है।
- सामान्य जाति में विधवा और परित्यक्ता पेंशन लेने वाली महिला की बेटी के विवाह से योजना का लाभ दिया जाता है।
- सभी वर्गों में पात्रता के लिए अंत्योदय या बीपीएल हो अथवा मासिक आय चार हजार रुपये की आय जरूरी है।
- सामान्य जाति में गरीब वर्ग के दोनों माता-पिता की मौत पर विवाह राशि नहीं मिलती है।