पूरे विश्व पर मंकीपाक्स संक्रमण का खतरा लगातार गहराता जा रहा है। बीते दिनों विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपाक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया है। इस बीच भारत में भी मंकीपाक्स संक्रमण के चार मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमण की गंभीर होती स्थिति को देखते हुए नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य), डा. वीके पाल ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को मंकीपाक्स के लक्षण हैं तो वो बिना घबराए आगे आएं और अपना इलाज कराए।
मंकीपाक्स संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने हफ्तों पहले संक्रमण से निपटने के लिए कई सक्रिय कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमित लोगों की पहचान के लिए देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं पूरे देश में टेस्टिंग सुचारू रूप से जारी रखने के लिए 15 लैबों की स्थापना की गई है।
घबराने की जरूरत नहीं है, स्थिति नियंत्रण में है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को भी मंकीपाक्स के लक्षण सामने आते हैं, तो वो बिना घबराए आगे आकर अपना इलाज कराएं। इसमें चिंता करने और छिपाने की कोई बात नहीं है।
विश्व में 16 हजार से ज्यादा मामले
आपको बता दें, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाक्स संक्रमण से प्रभावित सभी देशों से समलैंगिक समुदाय के साथ मिलकर काम करने और प्रभावितों के स्वास्थ्य, मानवाधिकारों और गरिमा की रक्षा के लिए उपाय करने का आह्वान किया है। यह संक्रमण अब तक 75 देशों में फैल चुका है और इसके 16 हजार से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं।