मुंगेली जिले के धान खरीदी केंद्र में एक करोड़ रुपए के फर्जवाड़ा मामले पर अब बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने कहा है कि इस पूरे मामले में SIT जांच होनी चाहिए। साL ही बीजेपी नेताओं ने लालपुर तहसील के तत्कालीन तहसीलदार और कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। सुरेठा धान खरीदी केंद्र में अपात्र लोगों से धान खरीदकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया था। जिसके बाद पूरे मामले में 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पूरे मामले को लेकर रविवार को बीजेपी नेताओं ने प्रेस कॉफ्रेंस की है। प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य रवि शर्मा ने आरोप लगाया है कि जब फर्जीवाड़ा कर धान बेचने वाले आरोपियों का गलत तरीके से पंजीयन लालपुर तहसील से हुआ है तो फिर तहसील कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को आखिर प्रशासन ने कैसे क्लिन चीट दे दिया।
भाजपा का कहना है कि इस मामले में लालपुर तहसील कार्यालय के तत्कालीन तहसीलदार और वहां पदस्थ कर्मचारियों की भूमिका सवालों के घेरे में है। इस मामले में भाजपा नें सरकार से SIT गठित कर जांच की मांग की है। भाजपा ने ये भी आरोप लगाया है कि इस तरह का घोटाला जिले के कई अन्य सहकारी समितियों में भी किया गया है।
रवि शर्मा ने कहा कि जिस तरह से प्रशासन की जांच हो रही है उससे पूरे मामला से पर्दा उठने में संदेह है। ऐसे में वो पुरे मामले को लेकर न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं। ताकि पूरे मामले का पटाक्षेप हो सके औऱ दोषियों को सजा मिल सके।
ये है मामला
सुरेठा धान खरीदी केंद्र में अवैध धान खरीदी की शिकायत कुछ समय पहले कलेक्टर अजीत वसंत से हुई थी। शिकायत में उन्हें बताया गया कि केंद्र प्रभारी राजेश कश्यप, ऑपरेटर जितेंद्र कश्यप ,बारदाना प्रभारी मन्नू कश्यप और हल्का नंबर 34 में पदस्थ पटवारी राजकुमार पाटले समेत कुल 11 लोगों ने मिलकर फर्जीवाड़ा किया है। केंद्र के प्रभारी ने ऐसे लोगों से धान खरीद लिया है। जो बेचने के लिए पात्र ही नहीं थे। फिर भी उनसे फर्जी तरीके से धान खरीदा गया। इस प्रकार कई ऐसे लोग हैं ,जिनसे खरीद लिया गया। कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया।