वरिष्ठ उद्यानिकी अधिकारी परमजीत सिंह गुरुदत्ता को किसान से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया। किसान ने टमाटर की क्रॉप लेने के लिए शासन की राज्य पोषित योजना के तहत सब्सिडी लेन के लिए उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी विभाग में आवेदन किया था। सब्सिडी के 2 लाख 66 हजार स्वीकृत कराने के बदले उद्यानिकी अधिकारी ने आधे पैसे यानी 1 लाख 33 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। किसान ने उनका वीडियो बनाया और एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की। ब्यूरो के डीआईजी आरिफ शेख के निर्देश पर शिकायत की जांच की गई। सही पाए जाने पर अधिकारी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ब्यूरो के अफसरों ने बताया कि प्रार्थी किसान का आवेदन स्वीकृत होने के बाद जैसे ही उनके खाते में सब्सिडी के पैसे आए, उद्यानिकी अधिकारी ने पैसे की मांग शुरू कर दी। किसान ने इनकार कर दिया। उसके बाद उद्यानिकी अधिकारी परमजीत सिंह किसान के घर पहुंच गया। उसने घर पहुंचकर सब्सिडी के पैसों से अपना हिस्सा मांगने लगा। इसी दौरान उसका वीडियो बना लिया। वीडियो को उसने ईओडब्लू एंटी करप्शन ब्यूरो के अफसरों को दिखाया।
उसके बाद डीआईजी ने पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृता सोरी ध्रुव को जांच का जिम्मा सौंपा। तहकीकात के दौरान वीडियो सही पाया गया। उसके बाद अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। एसीबी के अफसर इस मामले में विभाग के अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।
पीड़ित किसान ने उद्यानिकी अधिकारी की जो वीडियो रिकार्डिंग एसीबी के अफसरों को सौंपी है, उसमें हर एक्टिविटी है। वीडियाे में स्पष्ट नजर आने के साथ वाइस रिकार्ड भी है कि किस तरह से सब्सिडी दिलाने के एवज में पैसों की डिमांड की जा रही है। बातचीत इतनी स्पष्ट है कि एसीबी ने सीधे अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
सीधे एंटी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्लू ने भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिए हेल्प लाइन नंबर- 1064, वाट्अप नंबर 8839345690 जारी किया है। इसके अलावा मेल आईडी [email protected]जारी किया है। छत्तीसगढ़ी भाषा में वेबसाइट बनायी गई है ताकि गांव गांव के लोग आसानी से शिकायत कर सकें। वेबसाइट का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था।