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हिंदू धर्म शास्त्रों में शनि देव (Shani Dev) की महिमा अपरंपार बताई गई है. उन्हें न्याय का देवता माना जाता है. कहा जाता है कि शनि देव सभी मनुष्यों के अच्छे और खराब कर्मों का हिसाब किताब रखते हैं और उसी के हिसाब से उन्हें फल देते हैं.
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सनातन धर्म में शनि देव (Shani Dev) की इसी महिमा को देखते हुए उन्हें प्रसन्न रखना जरूरी कहा गया है. मान्यता है कि अगर प्रत्येक शनिवार को शनिदेव की सही तरीके से पूजा की जाए तो इससे ग्रहों की दशा भी सुधरती है. साथ ही शनिदेव की असीम कृपा भी मिलती है. आज हम आपको बताते हैं कि प्रत्येक शनिवार को शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए हमें क्या (How to worship Shani Dev) करना चाहिए.
प्रत्येक शनिवार को मंदिर में सरसों के तेल का दीया जलाएं. यह दीया उनकी मूर्ति के सामने नहीं बल्कि मंदिर में रखी उनकी शिला के सामने जलाकर रखें. अगर आसपास शनि मंदिर न हो तो किसी पीपल के पेड़ के आगे तेल का दीया जलाएं. अगर आसपास पीपल का पेड़ भी नहीं है तो किसी जरूरतमंद को सरसों का तेल दान कर दें.
शनिदेव (Shani Dev) की पूजा के दौरान ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: मंत्र का लगातार जाप करें. पूजा के बाद किसी गरीब को सरसों का तेल, काली उड़द या कोई भी काली वस्तु दान कर दें. यह दान करने के बाद शनि चालीसा का जाप करें. इसके बाद हनुमान जी की पूजा करके उनकी मूर्ति पर सिन्दूर लगाएं और केला अर्पित करें. इन उपायों के करने से शनि देव अपने भक्तों से प्रसन्न रहते हैं और नकारात्मक ऊर्जा से भी राहत मिलती है.
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