उत्तर प्रदेश योगी सरकार भले ही अपराधियों पर नकेल कसने की बात करे, लेकिन उसके दावों की परतें गाजियाबाद में खुल गई हैं. गाजियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र के गांव सारा में 20-25 घरों में रहने वाले लोग एक हिस्ट्रीशीटर से परेशान हैं. लोगों ने अपने घर के बाहर पलायन का बोर्ड लगा दिया है. पुलिस पर भी गंभीर है.
पलायन का पोस्टर लगाने वाले लोगों का आरोप है कि एक हिस्ट्रीशीटर के इशारे पर स्थानीय पुलिस ही उनका उत्पीड़न और अवैध उगाही कर रही है. पोस्टर लगाए जाने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और पूरे मामले में जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन आलाधिकारियों ने लोगों को दिया है. अब पुलिस अधिकार इस पूरे मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
सारा गांव में करीब दो दर्जन घरों के बाहर एक पोस्टर लगा है, जिसमें लिखा है- ग्राम वासी गांव छोड़ने को हुए मजबूर, पुलिस व हिस्ट्रीशीटर से परेशान. आरोप है कि एक हिस्ट्रीशीटर और निवाड़ी थाने में तैनात पुलिस कर्मियों के आतंक से ये लोग डरे हुए हैं और गांव छोड़कर जाना चाहते हैं.
लोगों ने बताया कि भोला उर्फ समीर पुत्र यामीन एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं, जिसकी यहां निवाड़ी थाने के पुलिस कर्मियों से सांठगांठ है और वो लोगों को किसी मामले में फंसाकर जांच के बहाने थाने उठा कर ले जाते हैं, वहां छोड़ने के एवज में उनसे पैसे की अवैध उगाही पुलिस करती है. हिस्ट्रीशीटर भोले की मिलीभगत से पुलिसकर्मी यह गोरखधंधा चला रहे हैं.
एक दरोगा पर भी अवैध उगाही और हिस्ट्रीशीटर की मदद करने के आरोप लगाया.तो उनकी सुनी नहीं जाती और हिस्ट्रीशीटर बदमाश किसी को भी पुलिस से उठवाने की धमकियां देता है.मामले के सामने आने के बाद प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया. लोगों का यह भी आरोप है कि पुलिस दरोगा ने ही उनके घर पहुंच कर यह पोस्टर हटवा दिए, हालांकि यह लोग पुलिस और हिस्ट्रीशीटर से परेशान होने की बात कर रहे हैं और गांव से पलायन की बातें कह रहे हैं.