असम में आई बाढ़ से 20 जिलों के लगभग 2 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। लगातार बारिश से आए भूस्खलन से रेल और सड़क संपर्क टूट गया है। सोशल मीडिया पर लोग असम के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। असम के लोगों का दर्द गर्मी के एहसास को दूर भगा देगा।
दीमा हसाओ पर्वतीय जिले का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है। मंगलवार सुबह तक कम से कम 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि बाढ़ से होजाई में 78,157 और कछार में 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने जानकारी दी है कि भारी भूस्खलन और लगातार बारिश की वजह से पटरियों पर जलजमाव है। असम के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में दो दिनों से दो ट्रेनें फंसी थीं। इसके लगभग 2800 यात्रियों को वायु सेना की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है। दक्षिणी असम, त्रिपुरा और मिजोरम के लिए रेल लिंक पिछले 2 दिनों से बंद हैं।
गुवाहाटी के ज्यादातर क्षेत्र में चार-पांच दिनों से जलजमाव की स्थिति है। शुक्रवार से पूरे राज्य में बारिश हो रही है। शहर के कई इलाकों में सड़कों पर कीचड़ आने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। गुवाहाटी यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर एके भगवती ने अर्बन फ्लड पर काफी अध्ययन किया है।
उन्होंने कहा कि जो इलाके बाढ़-बारिश से ज्यादा प्रभावित हुए हैं, एक समय वह वेटलैंड था। जैसे-जैसे शहर बढ़ता गया, निचले इलाकों में भी कंस्ट्रक्शन बढ़ा। तेजी से शहरीकरण के कारण वेटलैंड सिकुड़ता गया और कंक्रीट के इलाके बढ़ने से शहर में बाढ़ की स्थिति पैदा होने लगी।