ताज़ा खबर
Home / देश / चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल भारत आएंगे,संघर्ष के बाद चीनी नेता की पहली यात्रा

चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल भारत आएंगे,संघर्ष के बाद चीनी नेता की पहली यात्रा

पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच एलएसी पर जारी सैन्य गतिरोध खत्म होने वाला है? खबरों में दावा किया जा रहा है कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी 24 मार्च को दो दिनी भारत यात्रा पर आ रहे हैं। संभावना है कि दोनों देश इस दौरान लद्दाख गतिरोध का सौहार्दपूर्ण हल निकाल लेंगे।
कोरोना महामारी व गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच हिंसक संघर्ष के बाद किसी चीनी नेता की यह पहली भारत यात्रा होगी। यी पाकिस्तान होते हुए नई दिल्ली पहुंचेंगे। वहां वे आर्गनाइजेशन आफ इस्लामिक कंट्रीज (OIC) की बैठक व पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शरीक होंगे।

 पाकिस्तान में चीनी विदेश मंत्री यी ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक व व्यावहारिक सहयोग बढ़ाने के लिए चार सूत्रीय फॉर्मूला पेश किया है। उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में विस्तार से बताया।

वांग यी दिल्ली से नेपाल जा सकते हैं। दिल्ली में उनकी विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात का कार्यक्रम है। वह अन्य नेताओं से भी मिल सकते हैं। विदेश मंत्री जयशंकर व यी के बीच 2020 के बाद रूस, ताजिकिस्तान समेत कई देशों में कई बार मुलाकातें हो चुकी हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध नरम-गरम चल रहे हैं। 

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बदली वैश्विक भूराजनीतिक परिस्थिति में चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा का खास महत्व है। मार्च 2020 के बाद दोनों देशों के किसी नेता की एक दूसरे देश की यह पहली यात्रा होगी। चीन रूस-इंडिया चायना (RIC) और ब्रिक्स का वर्तमान में अध्यक्ष है।

लद्दाख गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच अब तक 15 दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी भी ठोस हल नहीं निकाला है। हालांकि तनाव वाले कुछ इलाकों से दोनों देशों के सेना हटा ली गई है, लेकिन अब भी 50-50 हजार से ज्यादा जवान वहां तैनात हैं।

About jagatadmin

Check Also

Vat Savitri Vrat 2024: वट सावित्री व्रत कब, जानें तिथि, पूजाविधि और नियम

Vat Savitri Vrat 2024 Kab Hai: वट सावित्री व्रत, जिसे सावित्री अमावस्या या वट पूर्णिमा के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *