रायपुर सिविल लाइन थाने में सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आए है। आरोपियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी मैरिट सूची दिखाकर चार लाख रुपये ले लिए। पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ आइटी एक्ट और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाने में जगदलपुर निवासी आकाश चंदन ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने बताया कि मार्च 2021 में लक्की उर्फ लकेश्वर दास मानिकपुरी और पुकेंद्र तिवारी से मिला। लक्की और पुकेंद्र ने बताया कि अमन उर्फ गिरधर बंजारे सरकारी नौकरी दिलाने का काम करता है।
शासकी नौकरी लगने के एवज में चार लाख रुपये की मांग की गई। 50 फीसद काम के पहले और 50 फीसद काम के बाद। इसके बाद लक्की उर्फ लकेश्वर दास और पुकेंद्र रायपुर घड़ी चौक के पास अमित रिजेंसी होटल में बुलाकर दो लाख रुपये लिए और शैक्षणिक दस्तावेजों की छायाप्रति ली।इसके बाद आरोपित ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के आफिस असिस्टेंट पद का फार्म भरो, इसके बाद चयन सूची में नाम आने के बाद सूचना देने की बात कही।
एक माह बाद अमन और पुकेंद्र तिवारी व लकेश्वर दास मानिकपुरी के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के आफिस असिस्टेंट की मैरिट लिस्ट अपने-अपने मोबाइल में दिखा कर मरीन ड्राइव के पास दो लाख रुपये ले लिए। इसके बाद उक्त चयन सूची भेजा गया।
इसके बाद कहा गया कि एक दिन बाद बैंक की वेबसाइड में आनलाइन चयन सूत्री अपलोड हो जाएगी। इस बीच प्रार्थी ने छग राज्य ग्रामीण बैंक के वेबसाइट पर और कार्यालय जाकर आफिस असिस्टेंट के वेंकेंसी संबधी जानकारी प्राप्त किया, तो मेरिट लिस्ट को फर्जी मिली। इसके बाद जब पैसे की मांग की गई तो देने में आनाकानी करने लगा।